संबंधित खबरें
अल्लू अर्जुन के घर पर हमला, जमकर मचाया उत्पाद, उस्मानिया यूनिवर्सिटी के 8 सदस्यों को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ा, अब मिलेगी ऐसी सजा याद रखेंगी 7 पुश्तें
न सिर्फ Anupamaa की राही बल्कि टीवी के इन मशहूर कलाकारों को भी रातों-रात कर दिया गया था शो से बाहर, जानें नाम और वजह!
टीवी की मशहूर अदाकारा ने रिवील की पति संग हनीमून की रोमांटिक पिक्चर, बिकनी पहन दिखाया बोल्ड लुक
गोविंद नामदेव ने अपने से 30 साल छोटी महिला से डेटींग को लेकर कह दी ये बड़ी बात, वायरल पोस्ट पर सामने आया रिएक्शन!
सोनू सूद-हनी सिंह ने पार्टी एंथम 'हिटमैन' से लगाई आग, फिल्म फतेह के आखिरी गाने ने दिल्ली में मचाई धूम!
पुष्पा राज ना कभी झुका था ना कभी झुकेगा! OTT पर कब दस्तक दे रही 'Pushpa 2', अल्लू अर्जुन के फैंस बेसब्री से कर रहे इंतजार!
India News (इंडिया न्यूज़), Ruskin Bond Birthday : मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड रविवार को 90 साल के हो गए हैं। अपने इस और उन्होंने उस घटना को याद किया जब उन्हें ओडिशा के फेमस कोणार्क सूर्य मंदिर के दर्शन के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा था क्योंकि लोगों ने उनसे कहा था कि वह “विदेशी” हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ बहस से बचने के लिए उन्हें यह रकम चुकाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
1934 में हिमाचल प्रदेश के कसौली में ब्रिटिश माता-पिता के यहाँ जन्मे बॉन्ड ने हमेशा खुद को एक भारतीय के रूप में पहचाना है और वह कई सालों से भारत में रहे हैं। भारत से अपने मजबूत संबंध और एक भारतीय के रूप में अपनी पहचान के बावजूद, बॉन्ड को ऐसे उदाहरणों का सामना करना पड़ा है जहां लोग उसे देश में रहने वाले एक विदेशी के रूप में देखते हैं। हाल ही में अपनी बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “वे कोणार्क (ओडिशा में सूर्य मंदिर) में प्रवेश के लिए विदेशियों से अतिरिक्त शुल्क लेते हैं। मैंने कहा, ‘मैं विदेशी नहीं हूं, मैं एक भारतीय हूं। लेकिन फिर बहस से बचने के लिए मैंने अतिरिक्त भुगतान किया।”
इसके साथ ही उन्होंने हंसते हुए कहा, “मेरे पीछे एक सरदार जी आए। उनके पास ब्रिटिश पासपोर्ट था लेकिन उन्होंने उन्हें अंदर जाने दिया। उनसे कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया गया क्योंकि वह विदेशी की तरह नहीं दिखते थे।”
‘Don 3’ को लेकर Kiara Advani ने जाहिर की खुशी, Hrithik-Ranveer को लेकर कही ये बात -Indianews
बॉन्ड ने पहले कहा था कि वह न केवल जन्म से बल्कि पसंद से भी भारतीय हैं और उन्होंने आजादी से पहले और बाद में भारत में हुए बदलावों को देखा और स्वीकार किया है।
उन्होंने बच्चों के लिए 69 पुस्तकों सहित 500 से अधिक लघु कथाएँ, निबंध और उपन्यास लिखे हैं, और उन्हें जॉन लेवेलिन राइस पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार, पद्म श्री और पद्म भूषण सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
खुद पर किताब नहीं लिखावा चाहते Salman Khan, इस राज को छुपाए बैठे है एक्टर – Indianews
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.