संबंधित खबरें
पुलिस ने छान मारा पूरा शहर, 6 दिन बाद जेह के कमरे से ही मिल गई ऐसी चीज, देखकर सैफ के हमलवार के भी छूटे पसीने
अस्पताल से निकलते ही Saif Ali Khan पर टूटी एक और मुसीबत, अब पुरखों तक पहुंची बात, कैसे बचेंगे पटौदी नवाब?
'पीठ में 2.5 इंच तक घुसा था चाकू, 5 दिन में इतने फिट?…', अस्पताल से स्वैग से निकलना सैफ को पड़ गया भारी, इस नेता ने कर दिया बड़ा खुलासा
Saif Ali Khan ने अस्पताल से आते ही खा ली इन लोगों की नौकरी, ठीक होते ही उठाया बड़ा कदम…करीना कपूर ने दिया साथ
व्हाइट शर्ट, आंखों पर चश्मा… 6 दिन बाद हॉस्पिटल से मुस्कुराते हुए बाहर आए अभिनेता Saif Ali Khan, रीढ की हड्डी में घुसा था चाकू
Saif Ali Khan की जान बचाने वाले ड्राइवर को क्या ईनाम मिला? किराया लेने से कर दिया था मना…अब हुआ मालामाल
India News (इंडिया न्यूज), Baba Siddiqui love story with wife Shehzeen: महाराष्ट्र की राजनीति में दशहरे की रात हुए एक दिल दहला देने वाले घटना ने हलचल मचा दी, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और महाराष्ट्र के जाने-माने नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से निकलकर कार में जा रहे थे। हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी जान ले ली, जिससे पूरा राजनीतिक गलियारा हिल उठा है।
बाबा सिद्दीकी, जिनका असली नाम ज़ियाउद्दीन सिद्दीकी था, मुंबई के बांद्रा इलाके में एक प्रसिद्ध चेहरा थे। बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के साथ उनकी गहरी दोस्ती थी, और हर साल उनके इफ्तार पार्टी में सलमान खान की उपस्थिति की खबरें सुर्खियों में रहती थीं। उनकी मौत से परिवार और दोस्त टूट से गए हैं, और उनके जाने से राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में एक खालीपन सा आ गया है।
बाबा सिद्दीकी की पत्नी शहनीज सिद्दीकी के साथ उनकी प्रेम कहानी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। पहले हिंदू धर्म में अलका बिंद्रा नाम से जानी जाने वाली शहनीज ने बाबा से शादी के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया। अलका, जो कि एक हिंदू परिवार से थीं और रंजीत बिंद्रा की बहन थीं, ने अपने प्यार के लिए धर्म की दीवारों को पार किया और शहनीज सिद्दीकी बन गईं। बाबा सिद्दीकी के संघर्षपूर्ण जीवन में शहनीज हमेशा एक मजबूत सहारा बनीं।
बाबा सिद्दीकी का एक बेटा, जीशान सिद्दीकी, जो कि कांग्रेस पार्टी से बांद्रा ईस्ट से मौजूदा विधायक हैं, अपने पिता के बेहद करीब थे। जीशान सिद्दीकी के अलावा उनकी एक बेटी अर्शिया भी हैं, जो एक डॉक्टर और उद्यमी हैं। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए, जीशान अब अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ा रहे हैं।
‘बिश्नोई असली गांधीवादी…’, Salman Khan को मिली धमकी पर साध्वी प्राची ने किया समर्थन?
बाबा सिद्दीकी ने 49 वर्षों तक कांग्रेस में काम किया था, लेकिन फरवरी 2024 में उन्होंने अजित पवार की एनसीपी ज्वॉइन कर ली। इस कदम के बाद उनके बेटे जीशान को कांग्रेस से निकाल दिए जाने की खबरें आईं, हालांकि जीशान ने इन खबरों का खंडन किया था। बाबा सिद्दीकी ने यह बदलाव राजनीति में नई संभावनाओं और उनके क्षेत्र की बेहतरी के लिए किया था।
बाबा सिद्दीकी के निधन के बाद, जीशान सिद्दीकी ने अपने पिता की याद में भावुक होकर कहा कि उनके पिता हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के लिए लड़े। अब यह जीशान का कर्तव्य बन गया है कि वे अपने पिता के सपनों को पूरा करें और बांद्रा ईस्ट के लोगों की सेवा करें। शुक्रवार को जब एनसीपी ने जीशान को उनके पिता की सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया, तो जीशान ने अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त किया और अपने पिता को श्रद्धांजलि दी।
चेहरे का एक हिस्सा हुआ पैरालाइज्ड? Alia Bhatt ये बातें सुनकर हुई आगबबूला, गलत बोटॉक्स पर किया खुलासा
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने जहां महाराष्ट्र की राजनीति में एक शोक का माहौल ला दिया है, वहीं उनके बेटे जीशान ने उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया है। बाबा की मृत्यु के बाद जीशान ने पिता के समाज के प्रति कर्तव्यों को निभाने का वचन दिया और आगामी चुनाव में अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा का प्रण लिया है।
बाबा सिद्दीकी का अचानक यूं चला जाना उनके परिवार, दोस्तों, और समर्थकों के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके जीवन से जुड़ी प्रेम कहानी, राजनीतिक संघर्ष, और समाज के प्रति समर्पण ने उन्हें लोगों के दिलों में हमेशा के लिए बसा दिया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.