India News (इंडिया न्यूज़), Nirmala Sitharaman: मोदी सरकार के 3.0 का पहला बजट पेश होने जा रहा है। एक बार फिर वित्त मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण अपना सातवां बजट पेश करेंगी। इस बजट को पेश करने के साथ ही वह अपने नाम एक नया रिकॉर्ड भी दर्ज कर लेंगी। जो सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड होगा। आज पूरे देश और दुनिया की निगाहें वित्त मंत्री पर टिकी हैं। देश को विकसित अर्थव्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। नौकरीपेशा लोगों को टैक्स में राहत देने और किसानों को खुश करने की कई जिम्मेदारियां हैं। कांग्रेसी ससुराल और बीजेपी विरोधी बयान देने वाले पति से ताल्लुक रखने वाली निर्मला सीतारमण को उनके काम के दम पर एक बार फिर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौपी गई है, तो चलिए जानते हैं देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के यहां तक के सफर के बारे में….
बता दें कि, निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को मदुरै के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता रेलवे में थे और मां गृहिणी थीं। तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने के बाद सीतारमण दिल्ली के JNU से पोस्ट ग्रेजुएशन और एम.फिल किया। यहीं पर उनकी मुलाकात परकला प्रभाकर से हुई। जहां दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे, लेकिन परिवार इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं था। बाद में बच्चों की खुशी को ध्यान में रखते हुए 1986 में दोनों की शादी के लिए परिवार राजी हो गया।
शादी के बाद निर्मला सीतारमण अपने पति के साथ लंदन चली गईं। वहां उन्होंने रीजेंट स्ट्रीट के एक होम डेकोर स्टोर में सेल्स गर्ल की नौकरी की। इसके बाद उन्होंने कुछ दिनों तक बीसीसी वर्ल्ड सर्विस के साथ काम किया। इसके बाद उन्हें ऑडिट फर्म प्राइस वाटरहाउस कूपर्स के साथ काम करने का मौका मिला।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीजेपी की तेज तर्रार और गतिशील नेताओं में से एक मानी जाती हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उनकी शादी कांग्रेस परिवार में हुई है। उनके सास और ससुर दोनों ही कांग्रेस में रहे हैं। सीतारमण की सास आंध्र प्रदेश से कांग्रेस विधायक रह चुकी हैं, जबकि उनके ससुर मंत्री रह चुके हैं। निर्मला सीतारमण 1990 में देश लौटीं इसके बाद 2008 में वे भाजपा में शामिल हो गईं। दो साल के भीतर ही वे सुषमा स्वराज के बाद पार्टी की दूसरी महिला प्रवक्ता भी बन गईं। वे टीवी डिबेट शो में जाना-पहचाना चेहरा बन गईं। 2014 में उन्हें मोदी सरकार की कैबिनेट में जगह मिली। पहले वे वित्त राज्य मंत्री बनीं फिर 2017 में उन्हें देश की रक्षा मंत्री बनने का मौका मिला और 2019 में उन्हें वित्त मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी दी गई।
मोदी 3.0 में मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही निर्मला सीतारमण ने कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। वे मोदी सरकार में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए मंत्री पद की शपथ लेने वाली पहली महिला बनीं। इसके साथ ही वित्त मंत्री के तौर पर पूरा कार्यकाल पूरा कर उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और मनमोहन सिंह की बराबरी कर ली है।
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