Budget 2024: जानें देश के पहले बजट पर कितना हुआ था खर्च

India News (इंडिया न्यूज़),Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को 2024 के आम चुनाव से पहले 1फरवरी को अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं। वित्त मंत्री इस साल अपना पहला अंतरिम बजट पेश करेंगी।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार, केंद्रीय बजट उस विशेष वर्ष के लिए सरकार के अनुमानित राजस्व और व्यय का वित्तीय विवरण है। केंद्रीय बजट प्रत्येक वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च के बीच की अवधि के लिए तैयार किया जाता है और इसे राजस्व बजट और पूंजीगत बजट में वर्गीकृत किया जाता है।

2017-18 के लिए प्रस्तुत केंद्रीय बजट कई मायनों में अग्रणी था। इसके साथ ही बजट पेश करने का दिन फरवरी के अंत से हटाकर फरवरी के पहले दिन कर दिया गया। 2017 से रेल बजट को भी केंद्रीय बजट के साथ एकीकृत कर दिया गया।

बजट का इतिहास बहुत पुराना

बता दें भारत के बजट का इतिहास बहुत पुराना है और देश की आजादी से पहले भी बजट पेश होते थे। आज यहां हम आपको देश के पहले बजट के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसमें आपको आजादी के बाद भारत के पहले बजट और आजादी से पहले के बजट के बारे में भी जानकारी मिलेगी।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहला केंद्रीय बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था। यह देश को ब्रिटिश राज से आजादी मिलने के महज तीन महीने के भीतर संसद में पेश किया गया था। देश का पहला केंद्रीय बजट देश के पहले वित्त मंत्री आर शनमुखम शेट्टी ने पेश किया था। यह बजट अगस्त 1947 से मार्च 1948 तक की अवधि के लिए लाया गया था, यानी यह बजट लगभग साढ़े सात महीने के लिए लाया गया था।

रक्षा बजट पर खर्च किये गये थे 92.74 करोड़ रुपये

इस यूनियन बजट में 171.15 करोड़ रुपये का खर्च हुआ और इस बजट में 197.29 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया। खास बात यह है कि उस वक्त वित्तीय घाटा 26.24 करोड़ रुपये था। आजादी के बाद पहले बजट में जाहिर तौर पर रक्षा बजट पर 92.74 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे, जाहिर तौर पर उस समय देश को भारत-पाकिस्तान के बंटवारे का खामियाजा भुगतना पड़ा था और इसके लिए रक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च करना तार्किक और तर्कसंगत था। यह आवश्यक था।

गौरतलब है कि भारत का पहला औपचारिक बजट ब्रिटिश शासन में हुआ था। उस समय स्कॉटिश अर्थशास्त्री और ईस्ट इंडिया कंपनी के राजनीतिज्ञ जेम्स विल्सन ने 7 अप्रैल 1860 को यह बजट पेश किया था। 1857-59 में लड़े गए महान भारतीय विद्रोह या प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद ब्रिटिश साम्राज्य वित्तीय संकट का सामना कर रहा था। इसलिए, भारतीय अर्थव्यवस्था को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए बजट पेश किया गया था।

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Divyanshi Singh

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