इंडिया न्यूज, Business News (Buffett Power Lunch) :
शेयर बाजार के दुनिया में सबसे बड़े दिग्गज निवेशक एवं सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक वारेन बफेट अक्सर चैरिटी के लिए सुर्खियों में रहते हैं। वे अपनी इनकम में से कई हिस्सो हर थोड़े समय में चैरिटी में देते रहते हैं। उनके चैरिटी के काम में से एक है बफेट पावर लंच। वारेन आखिरी बार पावर लंच में हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन इस आखिरी इवेंट में एक ऐसा वर्ल्ड रिकार्ड बन गया है जो कभी भी नहीं टूटेगा।
इस इवेंट के लिए बड़े बड़े अरबपति करोड़ों रुपए की बोलियां लगाते हैं। इसी के तहत एक बिडर ने इस बार के बफेट पावर लंच के लिए लगभग 150 करोड़ रुपए की बोली लगाई हो जोकि अपने आप में एक रिकार्ड है और यह रिकार्ड इसलिए नहीं टूटेगा, क्योंकि यह वॉरेन बफेट का आखिरी इवेंट है। नीलामी से इकट्ठा हुआ पैसा चैरिटी में जाता है।
19 लाख रुपए थी शुरूआती बोली
इस बफेट पावर लंच के लिए ईबे और ग्लाइड फाउंडेशन ने नीलामी का आयोजन किया। हर साल इबे ही इस इवेंट का आयोजन करता है। इस बार की नीलामी में शुरूआती बोली 25 हजार डॉलर यानी कि लगभग 19 लाख रुपए रखी गई थी। यह नीलामी 12 जून से शुरू हुई थी। इस नीलामी में 17 जून को एक अज्ञात बोलीदाता ने 19,000,100 डॉलर यानी लगभग 148.30 करोड़ रुपए की बोली लगा दी। यह अभी तक की बफेट पावर लंच के लिए किसी भी साल मिली सबसे बड़ी बोली है।
पिछली बार की बोली से 4 गुना ज्यादा
जानकारी के मुताबिक यह बफेट पावर लंच का आयोजन 2019 में आखिरी बार था। उस दौरान सबसे बड़ी बोली 4.5 मिलियन डॉलर यानी कि 35.6 करोड़ रुपए की रही थी। यानि कि इस बार की बोली पिछले रिकॉर्ड के 4 गुना से भी ज्यादा है। यह इवेंट पिछले 21 साल से हो रहा है। लेकिन साल 2020 और 2021 में कोरोना महामारी के कारण बफेट पावर लंच का आयोजन नहीं किया गया था। साल 2019 में क्रिप्टोकरेंसी से अरबपति बने कारोबारी जस्टिन सुन ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी।
अंतिम पावर लंच ने तोड़े सारे रिकार्ड
इस नीलामी के आयोजककर्ता ईबे के सीईओ जेमी लैनोन ने एक बयान में कहा कि वारेन बफेट के अंतिम पावर लंच ने फंड जुटाने के सारे पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इस बात का हम सभी को गौरव है। नीलामी से प्राप्त पूरी रकम ग्लाइड के उन प्रयासों पर खर्च की जाएगी जो लोगों को संकट से बाहर निकालने और उनकी जिंदगियां बदलने का काम करते हैं।
वहीं इस बारे में वारेन बफेट ने कहा कि यह कुछ नहीं है लेकिन अच्छा है। अब तक मैं दुनिया के कई अलग अलग लोगों से मिलता हूं। सभी में एक बात कॉमन लगी कि वे सभी इस बात को महसूस करते हैं कि पैसे अच्छे काम पर खर्च होने वाले हैं।
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