संबंधित खबरें
भारत में कैसे करोड़पति बन रहे 30 की उम्र के लोग? 2030 तक होने वाला है बड़ा धमाका, जानें कमाई के 3 जबरदस्त तरीके
निर्मला सीतारमण ने भगोड़े विजय माल्या को खून के आंसू रुलाया, कैसे विदेश में बैठे क्रिमिनल को निचोड़ा? खुद सुनाया दोगुने लगान का दर्द
हाईकोर्ट ने धारावी झुग्गी बस्ती के पुनर्विकास के लिए Adani Group को दिए गए टेंडर को रखा बरकरार
Adani की सकारात्मकता के मुरीद हुए Kapil Dev, टीम इंडिया को दी सीख लेने की नसीहत
कौन हैं विधि सांघवी जो चलाती हैं ₹44,820 करोड़ की कंपनी? इनके नेतृत्व में रॉकेट की रफ्तार से भर रही है उड़ान, मुकेश अंबानी से है खास कनेक्शन
अदाणी समूह ने 'We Do It' अभियान की घोषणा की, जाने कैसे आम लोगों को मिलेगी इससे मदद?
बिजनेस डेस्क/नई दिल्ली (Business Learning: Adani group started with commodity business): भारत के उद्योगपति गैतम अडाणी इन दिनों सुर्खियों में बने हुए है। अडाणी और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का मामला तो अब लगभग हर किसी को पता चल चुका है। बिजनेस लर्निंग सीरीज में आज हम आपको बताने वाले हैं कि अडाणी ग्रुप के सामराज्य का इतिहास क्या है और कैसे गौतम अडाणी एक वक्त तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे ?
शुरू करने से पहले आपको अडाणी ग्रुप से जड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए। अडाणी ग्रुप की नींव सन 1988 में अडाणी ग्रुप के अध्यक्ष, गौतम अडाणी ने रखी थी जिसका मुख्यालय गुजरात के अहमदाबाद में है। इस पूरे ग्रुप में 23,000 से ज्यादा कर्मचारी पूरे देश में काम करते हैं।
अडाणी समूह की शुरुआत कमोडिटी बिजनेस से हुई थी जो मुख्य रूप से कृषि उत्पादों और टेक्सटाइल का काम करता है। 1990 के दशक की शुरुआत में, कंपनी ने कच्चे माल और तैयार माल के आयात और निर्यात में विस्तार किया। 1990 के दशक के अंत में, अडाणी समूह ने बुनियादी ढांचे, रसद और ऊर्जा सहित अन्य उद्योगों में विविधता लाना शुरू किया। कंपनी ने 1998 में भारत का पहला निजी बंदरगाह, मुंद्रा पोर्ट बनाया और बाद में विकासशील हवाई अड्डों, सड़कों और बिजली संयंत्रों में भी विस्तार किया।
2000 के दशक की शुरुआत में, सोलर और विंड पावर प्रोजेक्ट्स पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अडाणी समूह भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में एक अग्रणी खिलाड़ी बन गया। कंपनी ने इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका जैसे देशों में बंदरगाहों, खानों और बिजली संयंत्रों में निवेश करते हुए विश्व स्तर पर अपने परिचालन का विस्तार किया।
साल 2012 में अडाणी समूह ने गुजरात में भारत का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट को शुरू किया। साल 2016 में अडाणी विल्मर और रूचि सोया ने भारत की अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में से एक बनाने के लिए हाथ मिलाने का प्रस्ताव दिया।
साल 2020 में लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वाणिज्यिक संचालन। 2021 में अडानी एंटरप्राइजेज ने भारत के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे एनएचएआई से 1838 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजना का अधिग्रहण किया।
गौतम अडाणी के ग्रुप के अंदर कुल दस कंपनियां आती हैं जिनके नाम हैं: अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोर्ट्स, अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी विल्मर, एसीसी, एनडीटीवी, अंबुजा सिमेंट, अडाणी ट्रांसमिशन, और अडाणी टोटल गैस।
ये भी पढ़ें :- Business Learning: जानिए क्या होता है मल्टीबैगर स्टॉक और कैसे करें इसकी पहचान ?
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.