संबंधित खबरें
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
WhatsApp नीति को लेकर भारत ने लगाया करोड़ो का जुर्माना, अब मेटा करेगा आदेश के खिलाफ अपील
गौतम अडानी का ट्रंप से बड़ा वादा, 10 बिलियन डॉलर का अमेरिका में करेंगे निवेश, नौकरियों के भी बनेंगे मौके
अलविदा Vistara, दिल्ली की रनवे को किया आखिरी सलाम, कर्मचारियों ने यूं दी अपने चहेते को विदाई, देखें Video
मालामाल हुई चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने वाली कंपनी, तोड़ दिए कमाई के सारे रिकॉर्ड…मुनाफा जान उड़ जाएंगे होश
अडानी पावर लिमिटेड ने वित्त वर्ष-25 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में वृद्धि की दर्ज
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में एक बार फिर से गिरावट आई है। 29 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में यह लगातार 7वीं बार 2.7 अरब डॉलर घटकर 597.73 अरब डॉलर पर आ गया है। यह आंकड़े रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को जारी किए हैं। इससे पहले 22 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे सप्ताह गिरता हुआ 3.27 अरब डॉलर कम होकर 600.4 अरब डॉलर पर आ गया।
15 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 31.1 करोड़ डॉलर कम होकर 603.7 अरब डॉलर, 08 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 2.47 अरब डॉलर घटकर 604 अरब डॉलर, 01 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में यह रिकॉर्ड 11.17 अरब डॉलर कम होकर 606.48 अरब डॉलर तथा 25 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.03 अरब डॉलर गिरकर 617.65 अरब डॉलर पर रहा।
रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 29 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 1.1 अरब डॉलर गिरकर 532.8 अरब डॉलर पर आ गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में देश के स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) में भी कमी आई है। यह 1.164 अरब डॉलर घटकर 41.60 अरब डॉलर रह गया। एसडीआर भंडार 36.2 करोड़ डॉलर कम होकर 18.3 अरब डॉलर रहा। आईएमएफ में देश की आरक्षित स्थिति 29 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 5.001 अरब डॉलर कम होकर 59 मिलियन डॉलर है। 3 सितंबर, 2021 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 642.453 बिलियन डॉलर के आल टाइम हाई पर था।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण पूरी दुनिया में रिकॉर्ड महंगाई पड़ रही है। क्रूड आॅयल के दाम 110 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं एडिबल आॅयल और नेचुरल गैस की कीमतें भी बहुत तेजी से बढ़ी है। इनका भारत में भारत में बड़े पैमाने पर आयात होता है। इन्हीं कारणों से देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
यह भी पढ़ें : जनता पर फिर महंगाई का प्रहार, घरेलू गैस सिलेंडर 50 रुपए महंगा
यह भी पढ़ें: Delhivery IPO का प्राइस बैंड तय, 11 मई को खुलेगा इश्यू
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
यह भी पढ़ें : Impact of RBI Repo Rate : इन 5 बैंकों ने बढ़ाई फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज दरें
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.