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इंडिया न्यूज, Delhi News (Latest Vegetable Prices): जनता पर पड़ रही महंगाई की मार कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ राहत मिलती है तो दूसरी ओर फिर से किसी चीज के दाम बढ़ जाते हैं। यही हाल सब्जियों का है। जून में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी लेकिन अब इसकी कीमत में 60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है जिससे थोड़ी राहत तो मिली है लेकिन अब आलू की कीमतों में तेजी बनी हुई है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून में आलू और टमाटर की कीमत में क्रमश: 23.86 फीसदी और 158.78 फीसदी की तेजी आई। जानकारी के मुताबिक दक्षिणी राज्यों से मांग बढ़ने के कारण इस महीने आलू की कीमत में 2 फीसदी तक का इजाफा हुआ है।
सब्जियों विक्रेताओं का कहना है कि इस साल गर्मी के मौसम का आगाज जल्द हो गया था और लू के कारण टमाटर की फसल प्रभावित हुई थी। इससे देश के कई हिस्सों में टमाटर की कीमत 100 रुपए प्रति किलो पहुंच गई थी। वहीं, भुवनेश्वर में तो भाव 120 रुपए किलो चला गया था। लेकिन अच्छी बारिश के कारण टमाटर के उत्पादन में तेजी आई है। शिमला, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से अच्छी सप्लाई आने से जुलाई में टमाटर की कीमत में कमी आई है।
वहीं जलवायु में बदलाव से मई और जून में टमाटर की फसल कीड़ों ने बर्बाद कर दी। इससे सप्लाई में भारी कमी आई। लू के कारण टमाटर के फूल तबाह तो हुए ही साथ में इसकी पैदावार पर भी असर पड़ा।
टमाटर की कीमत में तो कमी आई है लेकिन आलू की कीमत कम होने का नाम नहीं ले रही है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक इस सीजन में आलू का उत्पादन 53.60 मीट्रिक टन रहने का अनुमान है जबकि बीते वर्ष यह 56.17 मीट्रिक टन रहा था। पश्चिम बंगाल, पंजाब और हरियाणा में बीते साल नवंबर और दिसंबर में बुवाई से पहले भारी बारिश के कारण इसका उत्पादन प्रभावित हुआ।
वहीं, लू के कारण भी आलू की फसल प्रभावित हुई थी। इस साल मार्च में ही लू चलनी शुरू गई थी जिस कारण आलू की फसल खराब हो गई। इस वक्त औसत किस्म का आलु होलसेल में 19 रुपये किलो जबकि अच्छे किस्म के आलू की कीमत 22 रुपए चली हुई है।
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