संबंधित खबरें
उधार पर चल रही है पूरी दुनिया, सबसे ताकतवर देश का दिखावा हुआ एक्सपोज, जानें कर्ज के मामले में भारत का कौन सा नंबर?
भारत में कैसे करोड़पति बन रहे 30 की उम्र के लोग? 2030 तक होने वाला है बड़ा धमाका, जानें कमाई के 3 जबरदस्त तरीके
निर्मला सीतारमण ने भगोड़े विजय माल्या को खून के आंसू रुलाया, कैसे विदेश में बैठे क्रिमिनल को निचोड़ा? खुद सुनाया दोगुने लगान का दर्द
हाईकोर्ट ने धारावी झुग्गी बस्ती के पुनर्विकास के लिए Adani Group को दिए गए टेंडर को रखा बरकरार
Adani की सकारात्मकता के मुरीद हुए Kapil Dev, टीम इंडिया को दी सीख लेने की नसीहत
कौन हैं विधि सांघवी जो चलाती हैं ₹44,820 करोड़ की कंपनी? इनके नेतृत्व में रॉकेट की रफ्तार से भर रही है उड़ान, मुकेश अंबानी से है खास कनेक्शन
इंडिया न्यूज, गांधीनगर (International Bullion Exchange) : भारत में बिकने वाले सोने का भाव देश में ही तय होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज को लॉन्च कर दिया है। पीएम मोदी ने इस एक्सचेंज को गुजरात की राजधानी गांधीनगर के पास इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में लॉन्च किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरूआत करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के भाव की दिशा भी अब भारत तय करेगा, क्योंकि भारत सोने की खपत करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। यह बुलियन एक्सचेंज कई ट्रायलों के बाद लांच हुआ है।
बता दें कि फिलहाल लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) द्वारा सोने की कीमत तय की जाती है, जिसके मुताबिक भारत के बुलियन बाजार में सोने की बिक्री होती है। लेकिन अब गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (गिफ्ट) में आइआइबीएक्स की शुरूआत होने से अब अंतरराष्ट्रीय सटोरियों के कारण भारत में बेवजह सोने के भाव ऊपर-नीचे नहीं हो सकेंगे। दरअसल, आइआइबीएक्स भारत में आयात होने वाले सोने के गेटवे के तौर पर काम करेगा।
देश के केंद्रीय बैंक स्वर्ण भंडार के रूप में बुलियन को रखते हैं। निवेशक भी बुलियन में निवेश करते हैं। बुलियन का मतलब होता है उच्च शुद्धता वाला फिजिकल गोल्ड और सिल्वर। इन कीमती धातुओं को बार, सिल्लियों या सिक्कों के रूप में रखने को बुलियन कहते हैं। बुलियन को लीगल टेंडर के रूप में भी माना जाता है।
जानकारी के मुताबिक 1990 के दशक में भारत में नोमिनेटेड बैंकों और एजेंसियों के माध्यम से सोने के आयात का उदारीकरण किया गया था। इसके बाद पहली बार भारत में योग्य ज्वैलर्स को आईआईबीएक्स के माध्यम से सीधे सोना आयात की अनुमति दी गई। इसके लिए ज्वैलर्स को अब एक मौजूदा ट्रेडिंग मेंबर का ट्रेडिंग पार्टनर या क्लाइंट होना जरूरी होगा। एक्सचेंज ने भौतिक सोने और चांदी की देखभाल के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है।
ये भी पढ़ें : क्या अमेरिका में आ गई मंदी, लगातार दूसरी तिमाही में नेगिटिव रही जीडीपी ग्रोथ
ये भी पढ़े : सोने चांदी की कीमतों में उछाल, जानिए वैश्विक बाजार में क्या चल रहा भाव
ये भी पढ़े : रोशनी नाडर मल्होत्रा फिर से भारत की सबसे अमीर महिला बनी, जानिए कितनी है संपत्ति
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.