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India News (इंडिया न्यूज), प्रथमेश मेटांगले, Real Estate Famous Company HDIL: रियल एस्टेट की जानी मानी कंपनी HDIL के प्रशासक अभय मनुधने के खिलाफ मुंबई के विनोभा भावे नगर पुलिस में 6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत दर्ज की गई है। यह शिकायत एचडीआईएल के सस्पेंडेड डायरेक्टर राकेश वाधवान ने दर्ज करवाई है। वाधवान ने अपनी शिकायत में कहा है कि अभय मनुधने ने कंपनी के कुर्ला साइट पर रखे कंस्ट्रक्शन से जुड़े 6 करोड़ रुपये के कीमती सामान को स्क्रैप बताकर महज 18 लाख रुपये में बेचकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
शिकायत में कहा गया है कि साल 2007 में HDIL ने मुंबई के कुर्ला में प्रीमियर रेजिडेंस नाम के एसआरए प्रोजेक्ट के तहत 30 इमारतों में 18 हजार से ज्यादा मकान बनाए। साल 2011 तक इस प्रोजेक्ट का 70 फीसदी काम पूरा होने के बाद ये प्रोजेक्ट कई वजहों से अधर में लटक गया। इसी दौरान कुर्ला साइट पर कंपनी के कंस्ट्रक्शन से जुड़े कीमती सामान गोडाउन में रखे गए थे। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से लोन ले रखा था। लोन समय पर ना चुका पाने के चलते कंपनी को दिवालिया घोषित कर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी एनसीएलटी ने अभय मनुधने को कंपनी का प्रशासक नियुक्त किया था।
राकेश वाधवान साल 2019 में पीएमसी बैंक घोटाले में गिरफ्तार हुए थे और उन्हें इसी साल अप्रैल में जमानत हुई है। लेकिन जमानत पर रिहा होने पर उन्हें पता चला कि कुर्ला साइट पर पड़ा कंपनी का तकरीबन 6 करोड़ रुपये का कीमती सामान मनुधने ने स्क्रैप के नाम पर महज 18 लाख रुपए में बेच दिया। चौंकाने वाली बात ये भी सामने आई कि इस स्क्रैप को बेचने के लिए टेंडर 10 अप्रैल को खोला गया, जबकि टेंडर का विज्ञापन अखबारों में टेंडर खोले जाने के अगले दिन याने 11 अप्रैल को दिया गया। इतना ही नहीं विज्ञापन छपने से पहले ही तकरीबन 2.5 लाख रुपए इस टेंडर के लिए हासिल भी किए गए।
इस डील में प्रशासक की संदेहास्पद भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए एक शिकायत इनसोलवेंसी और बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया याने आईबीबीआई को भी दी गई है। मधुमने पर लगे ये आरोप अगर सही पाए जाते हैं तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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