संबंधित खबरें
युवाओं पर खतरा! इस कंपनी ने एक साल से नहीं की इंसानों की हायरिंग, CEO ने कहा- AI कर सकता है सारा काम
अडानी के अनुबंध को चुनौती देने वाले व्यक्ति को लगा बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने लगाया 50,000 रुपये का जुर्माना!
Ambani और Adani 100 बिलियन डॉलर के क्लब से बाहर, एक साल के भीतर कैसे हो गया यह उलटफेर?
PF Withdrawal Rule: साल 2025 के शुरू होते ही ATM से निकलेगा PF का पैसा! पहले से भी ज्यादा ईजी होने वाला है प्रोसेस, जानें कैसे?
भारतीय अर्थव्यवस्था ने पार किया एक और मील का पत्थर, विदेशी इन्वेस्टर्स के लिए बना 'Favorite', चीन के निकले आंसू
अडानी समूह श्रीलंकाई बंदरगाह परियोजना के वित्तपोषण के लिए अपने संसाधनों का करेगा उपयोग
India News (इंडिया न्यूज),SBI:भले ही अक्टूबर की पॉलिसी मीटिंग में भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया हो, लेकिन उसने अपना रुख बदलते हुए तटस्थ रुख दिया है। जो इस बात का संकेत है कि आरबीआई कभी भी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। वहीं दूसरी ओर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने आरबीआई का इंतजार किए बिना ही एमसीएलआर दरों में कटौती कर दी है। इसका मतलब है कि एसबीआई ने अपनी ब्याज दरें घटा दी हैं। जिसका असर होम लोन और दूसरे रिटेल लोन पर देखने को मिलेगा। आइए आपको भी बताते हैं कि सरकारी बैंक ने अपनी ब्याज दरों में कितनी कटौती की है?
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 15 अक्टूबर से 15 नवंबर 2024 तक एमसीएलआर में कटौती का ऐलान किया है। एसबीआई ने एक एमसीएलआर अवधि की ब्याज दर में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जबकि बाकी अवधि की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। संशोधित एमसीएलआर 15 अक्टूबर, 2024 से प्रभावी हो गया है। एमसीएलआर-आधारित ब्याज दरों को 8.20 प्रतिशत से 9.1 प्रतिशत की सीमा में समायोजित किया गया है। ओवरनाइट एमसीएलआर 8.20% है, जबकि एक महीने की दर 8.45 प्रतिशत से घटाकर 8.20 प्रतिशत कर दी गई है, जो 25 बीपीएस की गिरावट है। छह महीने की एमसीएलआर 8.85 प्रतिशत तय की गई है। एक साल की एमसीएलआर को संशोधित कर 8.95 प्रतिशत कर दिया गया है। दो साल की एमसीएलआर 9.05 प्रतिशत और तीन साल की एमसीएलआर 9.1 प्रतिशत है।
एमसीएलआर को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट के रूप में भी जाना जाता है। यह न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को उधार दे सकते हैं। एमसीएलआर एक आंतरिक बेंचमार्क है जिसका उपयोग बैंक ऋण पर ब्याज दर निर्धारित करने के लिए करते हैं। फिलहाल एसबीआई की बेस रेट 10.40 फीसदी है, जो 15 सितंबर 2024 से प्रभावी है। अगर एसबीआई के बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट यानी बीपीएलआर की बात करें तो इसे आखिरी बार 15 सितंबर 2024 को संशोधित किया गया था, जो 15.15 फीसदी सालाना है।
9 अक्टूबर को आरबीआई एमपीसी ने अपनी पॉलिसी का ऐलान किया था। आरबीआई ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया। लेकिन अपने रुख को तटस्थ बनाकर यह जरूर संकेत दिया कि आरबीआई आने वाले महीनों में ब्याज दरों में कटौती जरूर करेगा। अब जब देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अपने एमसीएलआर में 0.25 फीसदी की कटौती की है, तो इसका अंदाजा लगाया जा रहा है। फिलहाल रेपो रेट 6.50 फीसदी है। मई 2022 से फरवरी 2023 तक आरबीआई ने पॉलिसी रेट में 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। तब से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
भारत से पंगा लेकर कहीं का नहीं रहेगा कनाडा, होगी ऐसी तबाही की 7 पुश्ते भी नहीं कर पाएंगी भरपाई
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.