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Diwali 2025 Flight Fares: त्योहारी मौसम आते ही यात्रियों की सबसे बड़ी चिंता होती है महंगे हवाई टिकट. दीपावली, छठ और अन्य प्रमुख त्योहारों के समय भारत में हवाई यात्रा की मांग चरम पर पहुंच जाती है, जिससे टिकटों की कीमतें अक्सर सामान्य से कई गुना बढ़ जाती हैं. लेकिन इस साल यात्रियों के लिए एक राहत की खबर है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने हाल ही में एक बयान जारी कर कहा कि एयरलाइनों को प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था करनी होगी. इसका उद्देश्य त्योहारों के समय हवाई किराए में अत्यधिक वृद्धि को रोकना और यात्रियों को सस्ती यात्रा सुनिश्चित करना है. साथ ही, DGCA यह भी स्पष्ट कर चुका है कि हवाई किराए की निगरानी और अनावश्यक बढ़ोतरी रोकने की जिम्मेदारी उसकी है.
एयरलाइनों से हुई सकारात्मक चर्चा
DGCA ने एयरलाइनों के साथ हुई हाल की बैठक को सकारात्मक बताया. बैठक में एयरलाइनों ने त्योहारों के समय यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की. आंकड़ों के अनुसार IndiGo में 42 सेक्टरों में लगभग 730 अतिरिक्त उड़ानें, Air India और Air India Express में 20 सेक्टरों में 486 अतिरिक्त उड़ानें और SpiceJet में 38 सेक्टरों में 546 अतिरिक्त उड़ानें हैं. इन अतिरिक्त उड़ानों से उम्मीद है कि त्योहारों के दौरान हवाई किराए में सामान्य वृद्धि को नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को अपेक्षाकृत सस्ती टिकट मिल सके.
DGCA की सख्त निगरानी
भारत में अक्टूबर से दिसंबर का समय यात्रा का पीक सीजन माना जाता है. इस दौरान कई प्रमुख रूट्स पर भारी भीड़ और टिकटों की कीमतों में उछाल आम बात है. इस साल DGCA ने एयरलाइनों की उड़ानों और किरायों पर सख्त निगरानी रखने का वादा किया है. एविएशन एनालिटिक्स फर्म Cirium के अनुसार, भारतीय एयरलाइंस अक्टूबर महीने में कुल 22,945 घरेलू उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही हैं. यह पिछले साल की तुलना में करीब 2.1% कम है. बावजूद इसके, अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था से यात्रियों को त्योहारों के दौरान बेहतर विकल्प मिलने की संभावना है.
क्यों बढ़ जाते हैं त्योहारों में हवाई किराए?
भारत में त्योहारी मौसम के दौरान लोग अपने परिवारों से मिलने और त्योहार मनाने बड़े पैमाने पर यात्रा करते हैं. दीपावली और छठ जैसे पर्वों पर यात्रा की मांग कई गुना बढ़ जाती है. वहीं, सीमित उड़ानों के कारण टिकटों की कीमतें आसमान छूने लगती हैं. लेकिन इस साल DGCA और एयरलाइनों की संयुक्त पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि यात्रियों को महंगे टिकटों से राहत मिलेगी और वे अपेक्षाकृत सामान्य किराए पर यात्रा कर पाएंगे.