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आने वाले समय में स्पेस से बनेगा 40-45 बीलियन यूएस डॉलर: केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह

India News Manch 2025: स्पेस क्षेत्र में स्टार्टप नाम का कॉन्सेप्ट हीं नहीं था, और आज हम करीब 300 से 400 के करीब स्टार्टअप हैं, और दिन प्रतिदिन इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है

Written By: Vipul Tiwary
Edited By: JP YADAV
Last Updated: 2025-12-16 18:02:17

India News Manch 2025 Updates: आईटीवी नेटवर्क के बैनर तले ‘इंडिया न्यूज़ मंच’ वार्षिक पॉलिटिकल कॉन्क्लेव का आयोजन हो रहा है. देश की जानी-मानी राजनीतिक हस्तियां शिरकत कर रही हैं और देश के अहम मुद्दों पर चर्चाएं हो रही है. यह आयोजन कनॉट प्लेस स्थित जनपथ के होटल इंपीरियल में हो रहा है. यह इवेंट बातचीत, बहस और पॉलिसी चर्चाओं के लिए एक जगह है, जो एक्सपर्ट बातचीत और लीडरशिप के जरिए दर्शकों को राष्ट्रीय राजनीति, शासन और भविष्य की प्राथमिकताओं के बारे में अहम जानकारी देता है. यह ‘इंडिया न्यूज मंच‘ का नौवां संस्करण है. 

भारत आज स्पेस में सबसे आगे

केंद्रिय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि आज हम स्पेस में काफी आगे हैं. अंतरिक्ष की खोज तो रातों रात नहीं हुई है, पहले कभी इस सेक्टर को उस नजरिए से नहीं देखा गया, जो इस 10-11 वर्षों से देखा गया है. उन्होंने आगे कहा कि हमने अपने आप को कुछ बंदिसों का गुलाम बना कर रखा था. आज से 5-6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री ने ये इजाजत दे दी की प्राइवेट सेक्टर भी इसमें भागीदारी कर सकते हैं, तो अब आप देख सकते हैं 4-5 सालों में क्या काया पलटी है. आज हम 8 बीलियन यूएस डॉलर के बराबर हैं. 

स्पेस क्षेत्र में करीब 300 से 400 के करीब स्टार्टअप हैं

आगे केंद्रिय मंत्री ने बताते हुए कहा कि हमारा भविष्य में प्लान है, जिसके जरिये अगले 8-10 वर्षों में हम 40-45 बीलियन यूएस डॉलर के बराबर जा सकते हैं. पहले हमारे यहां स्पेस क्षेत्र में स्टार्टप नाम का कॉन्सेप्ट हीं नहीं था, और आज हम करीब 300 से 400 के करीब स्टार्टअप हैं, और दिन प्रतिदिन इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. आने वाले समय में स्पेस भारत के आर्थिक क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान देने वाला है.

आखिरी में उन्होंने बताया कि अभी भी जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में जो प्रयोग किए गए हैं, उनमें जो चार एस्ट्रोनॉट वहां गए थे, उनमें से सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हमारे यहां से गए हुए शुभांशु शुक्ला की रही. और जो उसमें किट्स का प्रयोग किया गया वो भी यहीं का था यानी भारत का कीट्स भी था.

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