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Apple factory China: एप्पल का नया iPhone 17 हाल ही में मार्केट में लॉन्च हुआ है और तकनीक प्रेमियों के बीच उत्साह की लहर दौड़ गई है. लेकिन इसके पीछे की कहानी कुछ डरावनी है. चीन में बने इस फोन के निर्माण के दौरान फैक्टरी कर्मचारियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. चीन लेबर वॉच, जो एक स्वतंत्र NGO है, ने हाल ही में इस संदर्भ में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कर्मचारियों की परेशानियों का खुलासा किया गया है.
क्या है रिपोर्ट में?
रिपोर्ट के अनुसार, iPhone 17 का निर्माण फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप की झेंग्झौ फैक्टरी में हुआ. यहां कर्मचारियों को वेतन में देरी, अत्यधिक ओवरटाइम और जबरन रात की शिफ्ट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा. यह रिपोर्ट मार्च से सितंबर 2025 के बीच की स्थिति पर आधारित है. इस अवधि के दौरान एप्पल और उसके सप्लायर्स नए iPhone को तैयार करने और मार्केट में लाने में व्यस्त थे. रिपोर्ट में बताया गया है कि कर्मचारियों का वेतन आंशिक रूप से अगले महीने तक रोक दिया गया था. इसके अलावा, फैक्टरी कर्मचारियों से हर हफ्ते 60 से 75 घंटे काम लिया गया, जो न केवल चीन की कानूनी अधिकतम सीमा बल्कि एप्पल की अपनी साप्ताहिक सीमा से भी अधिक है.
जांच में मजदूरों के अधिकारों से जुड़े कई गंभीर मुद्दे सामने आए। फॉक्सकॉन पर आरोप लगाया गया कि वह बड़ी संख्या में अस्थायी “डिस्पैच” कर्मचारियों को रखकर चीनी कानून का उल्लंघन कर रही है। ये कर्मचारी आम तौर पर किसी एजेंसी के माध्यम से थोड़े समय के लिए काम पर रखे जाते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ‘अस्थिर ऑर्डर’ की वजह से फैक्टरी में लगातार तनाव और डर का माहौल बना हुआ था। कर्मचारियों को हमेशा काम पूरा करने का दबाव महसूस होता था.
क्या है एप्पल की प्रतिक्रिया?
रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एप्पल ने कहा कि उसके सप्लायर्स को सुरक्षित और सम्मानजनक कामकाजी परिस्थितियां सुनिश्चित करनी होती हैं. कंपनी ने कहा कि वे कर्मचारियों के साथ गरिमा और नैतिकता के साथ पेश आते हैं और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार तरीके अपनाते हैं. एप्पल ने यह भी बताया कि वह नियमित रूप से तीसरे पक्ष से ऑडिट करवाता है और सप्लाई चेन में किसी भी समस्या की तुरंत जांच कर कार्रवाई करता है. इस मामले में भी एप्पल की टीम मौके पर गई और जांच शुरू कर दी.
फैक्टरी का आकार और कर्मचारी संख्या
झेंग्झौ फॉक्सकॉन परिसर इतना विशाल है कि इसे अक्सर ‘iPhone शहर’ कहा जाता है. मार्च से सितंबर के दौरान यहां 1.5 लाख से 2 लाख कर्मचारी काम कर रहे थे. रिपोर्ट में कहा गया कि कुल कर्मचारियों में 50% से अधिक अस्थायी कर्मचारी थे, जो चीन के कानूनी नियमों के अनुसार तय सीमा से लगभग पांच गुना अधिक हैं। इसे गंभीर उल्लंघन माना गया है.