Purvanchal Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 नवंबर, 2021 को पूर्वांचल उद्घाटन किया था. यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, इसकी नींव जुलाई 2018 में रखी गई थी. यह उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जैसे नौ जिलों को सीधे देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ता है.
यह 341 किलोमीटर लंबा, 6-लेन एक्सप्रेसवे है. इसमें हर दिशा में 3 लेन हैं. इसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. यह सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जबकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर, सात रेलवे ओवरब्रिज, सात लंबे पुल, 104 छोटे पुल, 13 इंटरचेंज और 271 अंडरपास हैं. आइए इस एक्सप्रेसवे की पूरी कहानी विस्तार से जानते हैं.
लखनऊ से बक्सर की यात्रा सिर्फ 4 घंटे में
इस 341 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे ने यात्रा को आसान बना दिया है. इसने लखनऊ और बिहार के बक्सर के बीच यात्रा का समय 7 घंटे से घटाकर लगभग 4 घंटे कर दिया है. इसी तरह, लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा, जिसमें पहले 6 घंटे लगते थे, अब सिर्फ साढ़े तीन घंटे लगते हैं.
तय है गाड़ियों कि स्पीड़ लिमिट
इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों के लिए गति सीमा तय की गई है. इस सीमा का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से नहीं चलाई जा सकतीं. गाड़ियों पर नजर रखने के लिए एक्सप्रेसवे पर कैमरे भी लगाए गए हैं.
बनाने में कितना लगा खर्च लगा
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बनाने में लगभग 22,497 करोड़ रुपये का खर्च आया. इसका निर्माण अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ और तीन साल में पूरा हो गया. उत्तर प्रदेश के कई शहरों को इस एक्सप्रेसवे से फायदा हुआ है और लोगों के लिए यात्रा आसान हो गई है.
लखनऊ से गाजीपुर तक आसान सफर
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर लखनऊ ज़िले के चांद सराय गांव से शुरू होता है और गाजीपुर जिले में नेशनल हाईवे 31 पर हैदरिया गांव में खत्म होता है. यमुना एक्सप्रेसवे नोएडा को आगरा से जोड़ता है, जबकि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे राज्य की राजधानी लखनऊ तक जाता है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे UP-बिहार बॉर्डर से लगभग 18 किमी पहले खत्म होता है.