इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
यस बैंक (Yes Bank) के सह-संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor) और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के प्रमोटरों कपिल और धीरज वधावन ने संदिग्ध लेन-देन के माध्यम से 5,050 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। यह आरोप प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लगाया है।
यह बात प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में राणा कपूर, उनके परिवार, वधावन और अन्य के खिलाफ अदालत में दायर अपने दूसरे पूरक चार्जशीट में कही है। ED ने कहा कि जांच के दौरान प्रकाश में आया कि हेरा-फेरी करके अर्जित की गई आय का एक बड़ा हिस्सा राणा कपूर द्वारा विदेश स्थानांतरित किया गया।
जांच एजेंसी ने ताजा अभियोजन शिकायत में दावा किया कि राणा कपूर, डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन, धीरज वाधवन और अन्य एक-दूसरे के साथ आपराधिक साजिश में भी शामिल थे। जांच करने पर पता चला है कि यस बैंक ने अप्रैल 2018 से जून 2018 के बीच डीएचएफएल से 3,700 करोड़ रुपये के डिबेंचर खरीदे थे।
ये राशि DHFL को हस्तांतरित कर दी गई थी। इसके बाद, DHFL ने डीओआईटी अर्बन वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड जोकि राणा कपूर और उनके परिवार के स्वामित्व वाली इकाई है, को 600 करोड़ रुपए का ऋण दिया। मालूम हुआ है कि यस बैंक ने डीएचएफएल शॉर्ट-टर्म डिबेंचर की खरीद के लिए जनता के पैसे का इस्तेमाल किया था।
जांच में ये भी पता चला है कि 39.68 करोड़ रुपए के मामूली मूल्य वाली घटिया संपत्तियों के खिलाफ 600 करोड़ का ऋण दिया गया था। वहीं कृषि भूमि से आवासीय भूमि में और 735 करोड़ का एक बढ़ा हुआ मूल्य दिखाया गया था।
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