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इंडिया न्यूज, Business News (Rupee Opens Strongly): डॉलर के मुकाबले आज फिर से रुपया मजबूत हुआ है। विदेशी मुद्रा बाजार में आज रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 78.68 रुपये के स्तर पर खुला जिससे आयात बिल में राहत मिली। पिछले कई दिनों से डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हो रहा है। मंगलवार को भी रुपया 31 पैसे की मजबूती के साथ 78.71 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है। बता दें कि आज शेयर बाजार में भी कमजोरी आई है। सेंसेक्स 320 अंक से ज्यादा गिरा है जबकि निफ्टी भी 100 अंकों की गिरावट के साथ 17240 पर कारोबार कर रहा है।
गौरतलब है कि बीते दिन मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे की मजबूती के साथ 78.71 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले सोमवार को भी डॉलर के मुकाबले रुपया में 23 पैसे की मजबूती आई थी और यह 79.02 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 50 पैसे की मजबूती के साथ 79.25 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। वीरवार को रुपया 15 पैसे की मजबूती के साथ 79.75 रुपये के स्तर पर बंद हुआ जबकि पिछले बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया में 12 पैसे की कमजोरी आई थी और यह 79.90 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था।
डॉलर महंगा या सस्ता होने पर देश के आयात पर सीधा असर करता है। जैसे कि भारत अपनी जरूरत का लगभग 80 फीसदी क्रूड आयल आयात करता है। इसका भुगतान डॉलर में करना होता है। यदि डॉलर महंगा होता है तो हमें ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। भारत को काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता है।
इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बनाता है और इस कारण रुपये की कीमत भी प्रभावित होती है। वहीं यदि डॉलर सस्ता होता है तो खर्चा कम होता है। इससे राहत मिलती है। प्रतिदिन डॉलर में उतार चढ़ाव के कारण रुपये की स्थिति बदलती रहती है।
रुपय के दाम किसी व्यक्ति विशेष के हाथ में नहीं होता है। यह लोगों की मांग पर निर्भर करत है। इस पर बाजार के उतार-चढ़ाव, देश का विदेशी मुद्रा भंडार, देश की अर्थव्यवस्था का असर होता है। यानि कि रुपए की कीमत इसकी खरीद-फरोख्त पर निर्भर करती है। रुपए की मांग जितनी ज्यादा होती है, इसके दाम डॉलर की तुलना में रुपए की कीमत उतने ही अधिक होंगे लेकिन यदि रुपए की मांग कम होगी तो डॉलर की तुलना में इसकी कीमत कम हो जाएगी।
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