संबंधित खबरें
250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोपों को अडानी समूह ने बताया निराधार
WhatsApp नीति को लेकर भारत ने लगाया करोड़ो का जुर्माना, अब मेटा करेगा आदेश के खिलाफ अपील
गौतम अडानी का ट्रंप से बड़ा वादा, 10 बिलियन डॉलर का अमेरिका में करेंगे निवेश, नौकरियों के भी बनेंगे मौके
अलविदा Vistara, दिल्ली की रनवे को किया आखिरी सलाम, कर्मचारियों ने यूं दी अपने चहेते को विदाई, देखें Video
मालामाल हुई चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने वाली कंपनी, तोड़ दिए कमाई के सारे रिकॉर्ड…मुनाफा जान उड़ जाएंगे होश
अडानी पावर लिमिटेड ने वित्त वर्ष-25 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में वृद्धि की दर्ज
इंडिया न्यूज, Business News (Rupees Strength): आज हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन भी रुपया में मजबूती आई है। विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया आज डॉलर के मुकाबले 2 पैसे की मजबूती के साथ 79.92 रुपये के स्तर पर खुला। इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 79.94 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। 2 दिन से रुपया में आई मजबूती से देश के आयात बिल को लेकर राहत मिली है। क्योंकि रुपया के कमजोर होने पर आयात पर निगेटिव असर पड़ता है।
इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 79.94 रुपए पर बंद हुआ था। वहीं सोमवार को रुपया में डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की कमजोरी आई थी और यह 79.97 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। शुक्रवार को रुपया दिनभर के घटबढ़ के बाद आखिरी में 79.88 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि वीरवार को भी 79.88 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इस दिन रुपया में 25 पैसे की कमजोरी आई थी। इसके अलावा बुधवार को रुपया 3 पैसे की कमजोरी के साथ 79.63 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
गौरतलब है कि आज शेयर बाजार में भी चौतरफा तेजी आई है। सरकार ने गैसोलीन एक्सपोर्ट पर लगाई गए नेवी को खत्म कर दिया है और दूसरे इंधनों पर लगाए गए विंडफाल टैक्स में भी कटौती की है। इस खबर के बाद रिलांयस का शेयर 4 फीसदी से भी ज्यादा तेजी के साथ 2540 पर खुला जबकि बीते दिन यह 2437 पर बंद हुआ था।
वहीं ओएनजीसी के शेयर में भी आज 5 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई और यह 135 रुपए पर खुला जबकि बीते दिन यह 129.90 पर बंद हुआ था। फिलहाल सेंसेक्स 740 अंकों की तेजी के साथ 55500 पर पहुंच गया है और निफ्टी भी 210 अंकों की तेजी के साथ 16551 पर कारोबार कर रहा है।
रुपया की कीमत बढ़ने और कम होने से देश के आयात एवं निर्यात पर खासा असर पड़ता है। रुपया की कीमत डॉलर के तुलना में मांग एवं आपूर्ति से तय होती है। दरअसल, हर देश अपने पास विदेशी मुद्रा का भंडार रखता है। इससे वह देश के आयात होने वाली वस्तुओं का भुगतान करता है। वहीं रिजर्व बैंक आफ इंडिया हर सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार से जुड़े आंकड़े जारी करता है। देश में विदेशी मुद्रा भंडार कितना बढ़ा या घटा है और उस दौरान देश में डॉलर की मांग क्या है, इससे भी रुपये की मजबूती या कमजोरी तय होती है।
ये भी पढ़े : सरकार ने की विंडफाल टैक्स में कटौती, रिलांयस और ओएनजीसी के शेयर बने राकेट
ये भी पढ़े : आशीष चौहान होंगे एनएसई के एमडी और सीईओ, सेबी ने दी मंजूरी
ये भी पढ़ें : विदेशी मुद्रा भंडार में फिर हुई गिरावट, जानिए क्यों है चिंता का विषय
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.