India News (इंडिया न्यूज),Naxal Tunnel Dantewada: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सली घटनाएं बढ़ने लगी हैं। प्रदेश के बीजापुर में मंगलवार को बड़ा नक्सली हमला देखने को मिला। यहां नक्सलियों ने सीआरपीएफ कैंप को घेरकर हमला कर दिया, जिसमें 3 जवान शहीद हो गए और कम से कम 15 घायल हो गए। वहीं दूसरी ओर प्रदेश के ही दंतेवाड़ा से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। यहां पुलिस को नक्सलियों द्वारा खोदी गई एक सुरंग मिली है। जो गाजा में बनी हमास की सुरंगों से मेल खाती है। आइए जानते हैं पूरा मामला….
पुलिस ने लंबी सुरंग खोज निकाली
छत्तीसगढ़ के बीजपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हुए हमले के बाद से राज्य में सुरक्षा बलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसी क्रम में राज्य के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने नक्सलियों की एक सुरंग खोज निकाली है। यहां पर नक्सलियों द्वारा बंकर के रूप में उपयोग करने के लिए एक सुरंग खोदी गई है। इस सुरंग का तस्वीरें सामने आते ही हर कोई हैरान है।
सुरंगों का उपयोग क्यों किया जाता है?
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में सुरंगों ने हमास आतंकियों को बड़ा फायदा पहुंचाया है। यही वजह है कि महीनों बाद भी इजरायली सैनिक गाजा में हमास का खात्मा नहीं कर पाए हैं। ये सुरंगें न केवल लड़ाकू विमानों को बमबारी और गोलीबारी से सुरक्षित रहने का लाभ देती हैं, बल्कि वे पल भर में इनके नीचे से गायब होकर सेना को चकमा भी दे सकते हैं।
टेकलगुडेम गांव के पास हुई गोलीबारी
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) पी. सुंदरराज ने कहा कि घटना टेकलगुडेम गांव के पास उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी। यह गांव बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर स्थित है।
वहीं, कोबरा की 201 बटालियन और सीआरपीएफ की 150 बटालियन की एक टीम फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित करने के लिए क्षेत्र में काम कर रही थी, जब दोपहर 1 बजे के आसपास गोलीबारी शुरू हुई।
टेकलगुडेम गांव में बनाया जा रहा है सुरक्षा शिविर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, जिन्होंने पहले वादा किया था कि अगर डबल इंजन सरकार चुनी गई तो राज्य को नक्सली हिंसा से मुक्त कराया जाएगा, उन्होंने मंगलवार को रायपुर के बालाजी अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात की।
सीएम ने कहा कि बड़ी संख्या में आए नक्सली इलाके में नियमित गश्त कर रहे बलों से आगे निकल गए। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने हताशा में हमला किया क्योंकि टेकलगुडेम गांव में एक सुरक्षा शिविर बन रहा है।
‘आतंक को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है’
सीएम साई ने कहा, “यह घटना सुकमा जिले के टेकलगुडेम गांव के पास हुई। हमारे जवानों ने गोलीबारी के दौरान नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। राज्य में सत्ता में आने के बाद से, हमने नक्सलियों से निपटने के लिए बलों को खुली छूट दे दी है। तीन जवानों ने आज गोलाबारी के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया। हालांकि, हमारी डबल इंजन सरकार आने वाले दिनों में राज्य से नक्सली आतंक को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
बीजापुर में अब क्या हैं हालात?
अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को बीजापुर के तेकुलगुदम कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया। हमले में घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से जगदलपुर रेफर किया गया है। कोबरा बटालियन और डीआरजी जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ अभी भी जारी है। पुलिस ने कहा कि घायल कर्मियों की सही संख्या अभी तक ज्ञात नहीं है और बचाव अभियान जारी है। यह घटना टेकलगुडेम गांव के पास उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी। हमारे जवानों ने जवाबी कार्रवाई की है। ऐसे वीडियो फुटेज हैं जिनमें नक्सली अपने लोगों की लाशें उठा रहे हैं।
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