India News, (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh, छत्तीसगढ़: इस साल के अंत तक छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) विधानसभा के चुनाव होने है। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। वहीं छत्तीसगढ़ में 2013 से पहले भाजपा का गढ़ माने जाना वाली बालोद जिला पर सभी की निगाहें लगी हुई है। क्योंकि 2013 के बाद यहां के सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। बता दें कि, भाजपा और कांग्रेस इस सीट को लेकर अपनी रणनीति तैयार करने में लगे हुए है।
राजनीतिक रूप से देखे तो बालोद जिला की तीनों कांग्रेस और भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वहीं आपको ये भी बता दें कि, इन तीनों सीटों में संजारी बालोद, डौंडीलोहारा और गुण्डरदेही हैं।अब देखने वाली बात ये होगी कि, क्या भाजपा इस बार के विधानसभा चुनाव में किसी नये चेहरे पर भरोसा करती है या कांग्रेस फिर से भाजपा के सभी रणनीतियों पर पानी फेरने वाली है।
वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की रणनीति को लेकर लोगो के मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे है। क्या कांग्रेस कर्नाटक की तरह छत्तीसगढ़ में भी जनता के लिए खास करेगी। जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चंद्रेश हिरवानी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, आने वाले चुनाव में हमारे पास मुद्दे ही मुद्दे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में जो काम हुए हैं, उन्हें लेकर जनता के बीच जाएंगे। किसानों का कर्ज माफी का मामला हो, गौठान के माध्यम से गोधन न्याय योजना जिससे किसान खुशहाल हो रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आत्मानंद स्कूल जैसे विषय हैं। सरकार की इतनी योजनाएं हैं जो हमारे लिए मील का पत्थर साबित होंगी। कार्यकर्ता हमारा सबसे बड़ा धन है और बूथ स्तर तक मजबूत बनने हम मेरा बूथ मेरा अभिमान अभियान भी चला चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में चुनावी रणनीति को लेकर इस बार भाजपा भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की तरह कुछ अलग थलग करने पर ध्यान दे रही है। जिसके बाद भाजपा के तैयारी को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता दुर्गानंद साहू ने भी भाजपा का पक्ष रखते हुए कहा कि, भले ही दो बार से तीनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है, लेकिन अब जनता भाजपा की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। हम आने वाले चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीतियों, योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाएंगे। कोरोना काल, उज्वला योजना हर जगह बेहतर काम हुआ। इसके आलावा राज्य की बिखरती कानून व्यवस्था, जुआ सट्टा अवैध शराब, रेत उत्खनन, जैसे कई मुद्दे हैं जिन्हे लेकर हम जनता के बीच जाएंगे।
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