बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है ललित किशोर
पुलिस जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे
गोरखपुर पुलिस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस के मुताबिक, ललित पिछले छह महीनों से खुद को IAS ऑफिसर बता रहा था। वह सरकारी गाड़ियों, फर्जी पहचान पत्र और झूठी पहचान का इस्तेमाल करके असली ऑफिसर की तरह इंस्पेक्शन करता था. वह लोगों को टेंडर, नौकरी और सिस्टम में जान-पहचान का वादा करके उनसे पैसे ऐंठता था. इतना ही नहीं, उसका फर्जी लेकिन भरोसेमंद व्यक्तित्व इतना विश्वसनीय था कि उसने कथित तौर पर एक असली SDM के साथ भी बदतमीजी की. इस धोखाधड़ी में उसका साला अभिषेक कुमार और साथी परमानंद गुप्ता भी शामिल थे और उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने कई लोगों को धोखा दिया.
उसकी मां, जहरी देवी का कहना है कि उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा इतनी बड़ी धोखाधड़ी कर सकता है. वहीं, उसकी भाभी, संगीता देवी का कहना है कि ललित बचपन से ही चालाक था. फिलहाल, गोरखपुर पुलिस ललित किशोर से सख्ती से पूछताछ कर रही है. वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि उसने किस-किस को धोखा दिया और यह नकली IAS नेटवर्क कितना फैला हुआ है. यह धोखेबाज, जो एक फूस की छत वाले घर से आया था, अब जेल में है, और उसकी कहानी सिस्टम के लिए एक बड़ी चेतावनी बन गई है.