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India News(इंडिया न्यूज), Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने फेक सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले टीचरों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने गुरुवार को दिल्ली तमिल एजुकेशन एसोसिएशन में 2022 में कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों पर नियुक्त सात शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया और मामले की सीबीआई जांच को भी मंजूरी दे दी। यह मामला सरकारी सहायता प्राप्त दिल्ली तमिल एजुकेशन एसोसिएशन (Tamil Education Association) में साल 2022 में कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों पर नियुक्त पाने वाले सात शिक्षकों से जुड़ा है।
दिल्ली के एलजी ऑफिस से जारी एक बयान में कहा गया है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पिछले 10 साल में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में भर्ती के रिकॉर्ड की जांच करने और इन स्कूलों में नियुक्ति प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित करने के लिए भी कहा है। इसमें कहा गया है कि उपराज्यपाल की यह कार्रवाई दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय की सिफारिश पर आई है, जिसमें उक्त नियुक्तियों में शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन के बीच कथित ‘मिलीभगत’ पाई गई थी।
शिक्षा विभाग और संबंधित स्कूल प्रबंधन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं हो सकी है। इसमें कहा गया है कि सात टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए, उपराज्यपाल ने कथित तौर पर जाली दस्तावेजों के इस्तेमाल के जरिये दिल्ली सरकार द्वारा सहायता प्राप्त स्कूल में उनकी नियुक्ति की सीबीआई जांच के लिए सतर्कता विभाग की सिफारिश को मंजूरी दे दी।
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