G-20 शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के 29 देशों के राष्ट्राध्यक्षों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारियों की सुरक्षा की तैयारी में सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां व दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट दिन-रात एक करके जुटी हुई है।

कई राष्ट्राध्यक्षों के कमरे हुए बुलेटप्रूफ

G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले अमेरिका आदि कुछ प्रमुखों देशों के राष्ट्राध्यक्ष जिन होटलों में ठहरेंगे उन होटलों के सुइट की सभी खिड़कियों में बुलेटप्रूफ शीशे लगा दिए गए हैं। ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके और उस एरिया के कुछ हिस्सों को भी बुलेटप्रूफ शीशों से लैस कर दिया गया है।

ली मेरिडियन होटल की छत पर उतारा हेलीकॉप्टर

सुरक्षा में कहीं कोई चूक न हो इसके लिए सुरक्षा यूनिट ने सभी केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर पूरी क्षमता के साथ रिहर्सल शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार को रिहर्सल के दौरान ही एनएसजी ने नई दिल्ली जिले स्थित ली मेरिडियन होटल की छत पर सुबह करीब 11.30 बजे हेलीकॉप्टर उतारा।

सभी होटल की छत पर नहीं बना हेलीपैड

दिल्ली पुलिस अधिकारी का कहना है कि नई दिल्ली के किसी भी होटल की छत पर हेलीपैड नहीं बने हैं। ट्रायल के तौर पर NSG ने ली मेरिडियन की छत पर हेलीकॉप्टर उतारा। दिल्ली पुलिस अधिकारी का कहना है कि NSG कुछ अन्य होटलों पर भी हेलीकाप्टर उतारने का प्रयास करेगी।

आज से शुरू हो जाएगी होटल नियंत्रण में लेने की प्रक्रिया

दिल्ली पुलिस अधिकारी का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर होटलों व उनके आस-पास के क्षेत्र का निरीक्षण कर रही हैं। स्थानीय थाना दिल्ली पुलिस की तैनाती कर दी गई है। 1 सितंबर से सुरक्षा यूनिट धीरे-धीरे सभी 23 होटलों को अपने कब्जे में लेना शुरू करेगी। 2-3 दिनों के अंदर एजेंसियां सभी होटलों को अपने कब्जे में ले लेंगी।

पैरा मिलिट्री के कमांडो होटलों की छतों पर

सभी होटलों के अंदर व बाहर मल्टी एजेंसियों की तैनाती रहेगी। सभी होटलों में NSG की भी तैनाती रहेगी। सभी होटलों की छतों पर एंटी एयरक्राफ्ट गन रखी जाएगी। एंटी ड्रोन सिस्टम पहले ही लगा दिए गए हैं। छतों पर पैरा मिलिट्री के कमांडो दूरबीन व अत्याधुनिक हथियारों के साथ तैनात रहेंगे।

हर होटल में एक-एक डीसीपी की रहेगी राउंड द क्लॉक तैनाती

सभी होटलों में एक-एक DCP की 24 घंटे राउंड द क्लॉक तैनाती रहेगी। DCP को वेन्यू कमांडर नाम दिया गया है। होटलों में मल्टी एजेंसियों की अलग-अलग तरह की सुरक्षा रहेगी, जिससे किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके। सभी दूतावासों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। क्योंकि बड़ी संख्या में विभिन्न देशों के मंत्री आदि दूतावास में भी ठहर सकते हैं। चाणक्यपुरी व धौलाकुआं इलाके की सुरक्षा भी बेहद कड़ी कर दी गई है क्योंकि इन इलाकों में अधिकतर दूतावास हैं।

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