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Deceased farmers – Wrangling Over Compensation
इंडिया न्यूज़,नई दिल्ली
Deceased farmers – Wrangling Over Compensation: संसद के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने संसद में किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करते हुए भाजपा सरकार को घेर लिया। विपक्षी पार्टी ने संसद में केंद्र सरकार से पूछा कि मृतक किसानों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने बारे क्या कर रही है। क्या सरकार आंदोलन में मरे किसानों के परिजनों को मुआवजा देने का प्रस्ताव ला रही है। इस बात पर केंद्र सरकार ने जवाब दिया कि हमारे पास मृतक किसानों की कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता।
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DDeceased farmers – Wrangling Over Compensation: गत एक वर्ष से दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों की वापसी सहित अन्य मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलन में अभी तक करीब 700 किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें से अधिकतर किसान मौसम की मार के चलते मरे हैं। वहीं कुछ किसानों ने कृषि कानूनों से आहत होकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है।
Deceased farmers – Wrangling Over Compensation: संसद के तीसरे दिन संसद की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार से किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को मदद के नाम पर मुआवजा देने की मांग की है। विपक्ष का कहना है कि कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए किसानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। ऐसे में मरे किसानों के परिजनों को केंद्र सरकार मुआवजा देने का काम करे। लेकिन सरकार का कहना है कि हमारे पास मरे किसानों का कोई आंकड़ा नहीं है। वहीं विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव भेजकर चर्चा करने को कहा गया था। ऐसे में जाहिर है कि संसद के शीत सत्र में एक बार फिर माननीयों के बीच महौल गर्मा सकता है।
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