India News(इंडिया न्यूज),Delhi: साल 2020 में देश के ज्यादातर हिस्सें में सीएए और एनआरसी का जबरदस्त विरोध चल रहा था। वहीं इस विरोध के दौरान दिल्ली (Delhi) में हुए दंगों में हवलदार रतन लाल की हत्या कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस आरोपी की तालाश में जुटी हुई थी। जिसके बाद सोमवार की शाम दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दंगे में मारे गए रतन लाल के हत्यारे को मणिपुर के इंफाल स्थित भारत-म्यांमार के बॉर्डर से धर दबोचा है। आरोपी की पहचान चांदबाग निवासी मोहम्मद खालिद के रूप में हुई है।
बता दें कि, पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी अयाज समेत कई को दबोच लिया, लेकिन खालिद लगातार पुलिस की आंख में धूल झोंकता रहा। इस बीच पुलिस को खबर मिली कि आरोपी खालिद इंफाल में है। फौरन एक टीम को भेजकर आरोपी को मणिपुर से दबोच लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने रतनलाल की हत्या की बात स्वीकार की।
3 साल से फरार चल रहा था आरोपी
बता दें कि, पिछले तीन साल से खालिद लगातार पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। वहीं आपको ये भी बता दें कि, आरोपी के गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख का इनाम भी घोषित किया था। पिछले माह स्पेशल सेल ने खालिद के बड़े भाई और रतन लाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद अयाज को गिरफ्तार किया था। तभी से लगातार खालिद की तलाश की जा रही थी।
पुलिस आयुक्त ने दी जानकारी
मिली जानकारी के अनुसार, अपराध शाखा के विशेष आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि, जनवरी 2020 में मोहम्मद अयाज अपने भाई खालिद और अन्य लोगों के साथ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम करनी शुरू कर दी थी। मौके पर मौजूद पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा, एसीपी अनुज कुमार व अन्य ने प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाना शुरू किया। वहीं इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और पथराव भी किया। हमले में पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा और एसीपी अनुज कुमार बुरी तरह घायल हो गए, जबकि रतन लाल ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद दयालपुर थाने में इस संबंध में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई।
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