संबंधित खबरें
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
एलजी वीके सक्सेना CM आतिशी पर हुए मेहरबान, दीक्षांत समारोह में कह दी ये बात..
Delhi Jal Board: यमुना प्रदूषण पर एनजीटी की सख्ती, दिल्ली जल बोर्ड और नगर निगम पर 50 करोड़ का जुर्माना
CM Atishi News: दिल्ली में BJP को झटका, CM आतिशी के खिलाफ मानहानि केस पर रोक
Delhi Pollution News: प्रदूषण से दिल्लीवाले हुए परेशान, SC ने सरकार और पुलिस को लगाई फटकार, दिए सख्त निर्देश
Delhi News: सर्दियों में घूमने का शानदार मौका, DDA के इन पार्कों में सिर्फ 10 रुपये में करें सैर
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (India And China) : भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए बातचीत का पहल एक बार फिर दोनों देशों की ओर से शुरू की गई है। भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के बीच 17 जुलाई को कोर कमांडर स्तर की 16वें दौर की बातचीत कर सकते हैं। इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व लेफ्टिनेंट जनरल ए. सेनगुप्ता करेंगे। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के अनुसार इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सटे टकराव के बिंदुओं से टुकड़ियों की वापसी को लेकर चर्चा होगी।
गौरतलब है कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच अब तक 15 दौर तक की बातचीत हो चुकी है लेकिन इन बातचीत का कोई ठोस और मुकम्मल नतीता नहीं निकल पाया है। हालांकि दोनों देशों के सेनाओं की ओर से कोर कमांडर स्तर की बातचीत को बेहद सकारात्मक और रचनात्मक करार दिया है। दोनों पक्ष पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे इस मसले पर किसी तीसरे पक्ष की दखलंदाजी सहन नहीं करेंगे। पिछली बातचीत में दोनों पक्ष सैन्य एवं राजनयिक चैनलों के जरिए बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए थे।
15वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान भारत और चीन दोनों ही पक्ष पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमत हुए थे। दोनों देशों के बीच पिछली बैठक 11 मार्च 2022 को भारत की ओर चुशुल मोल्दो में हुई थी। अब तक हुई सैन्य बातचीत का सबसे बेहतर नतीजा यह निकला है कि पैंगोंग झील, गलवान और गोगरा हाट स्प्रिंग क्षेत्रों के उत्तर और दक्षिण बैंक में तनाव कुछ हद तक कम हुआ है।
भारत लगातार देपसांग और देमचोक में लंबित मुद्दों को सुलझाने समेत गतिरोध के बाकी स्थलों से सेनाओं की वापसी पर जोर दे रहा है। भारत पहले ही साफ कर चुका है कि वह सीमा पर किया गया कोई भौतिक बदलाव सहन नहीं करेगा। मालूम हो कि 14वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत 12 जनवरी को हुई थी। इस बातचीत में भी गतिरोध के बाकी स्थलों के समाधान की दिशा में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई थी। चीन के मंसूबों को भांपते हुए भारतीय सेनाएं भी मोर्चे पर मुस्तैद हैं।
ये भी पढ़ें : हमारी विदेश नीति में सुरक्षा उच्च प्राथमिकता : एस जयशंकर
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.