इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Jahangirpuri Violence Timeline : शनिवार शाम को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जी के जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव हो गया। जानकारी के अनुसार उपद्रवियों ने पथराव के बाद आगजनी भी की। इस उपद्रव में छह पुलिसकर्मियों समेत सात लोग घायल हो गए। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं यह भी आशंका जताई जा रही है। इस फयारिंग में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
6 बजे के करीब हुआ उप्रदव
बताया जा रहा है कि शाम करीब पौन 6 बजे के आसपास उपद्रव की शुरूआत हुई। उप्रदव तब हुआ जब शोभायात्रा मस्जिद करीब थी। बताया जा रहा है कि जब ये शोभायात्रा मस्जिद के करीब पहुंची तो जोर से नारे लगाने लगे। हालांकि इन बातों को खारिज करते हुए कुछ लोगों ने कहा कि हर जगह शोभायात्रा को निशाना बनाया गया। वहीं स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि तेज संगीत की वजह से शोभायात्रा रोकने पर बहस हो गई। और यह कहासुनी झड़प में बदल गई।
पुलिस को है फायरिंग का शक
वहीं इस मामले में पुलिस को फायरिंग का संदेह भी है। फायरिंग में पुलिस अधिकारी को गोली लगी भी है। हालांकि इस मामले में अभी तक पुलिस ने चुप्पी साधी हुई है। वहीं स्थानीय लोगों की माने तो उप्रदव में छह राउंड फायरिंग भी हुई है। वहीं ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि पत्थर घरों की छत पर पहले से ही जमा कर रखे हों।
इसको लेकर निशान तलाशने के लिए पुलिस ड्रोन की सहायता भी ले रही है। गौरतलब है कि जहांगीरपुरी में हुए उपद्रव के दौरान दोनों तरफ से भारी पथराव किया गया था। ऐसे में हो सकता है कि अब भी घरों की छतों पर जमा किए पत्थर पड़े हों।
जाने जहांगीरपुरी में कब क्या हुआ
शनिवार को हनुमान जयंती वाले दिन शाम करीब साढ़े 4 बजे जहांगीरपुरी इलाके से शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा को के ब्लॉक तक जाना था। करीब 6 बजे के आस पास यह शोभायात्रा सी ब्लॉक पहुंची तो वहां बहस हुई तो इस बहस ने थोड़ी ही देर में हिंसा का रूप ले लिया। इसके बाद करीब साढ़े 6 बजे के आस पास पुलिस को इसकी सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
इसके बाद इस उपद्रव में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रव में गोली भी चली। जिससे एक पुलिस कर्मी घायल हो गया। इसके बाद 7 बजे के आस-पास पुलिस के सीनियर आफिसर मौके पर पहुंचे। इस हिंसा को कंट्रोल करने का प्रयास किया गया। इसमें लगभग 1 घंटे का समय लगा। इसके बाद करीब 8 से 9 बजे के बीच स्थिति पर काबू पाया गया।