संबंधित खबरें
कब मिलेंगी सासों को साफ हवा! आंखों में जलन, सांस लेना हुआ दूभर
दिल्ली मुंडका में खुलेगी देश की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, अरविंद केजरीवाल ने की घोषणा
रियल स्टेट में 500 करोड़ की धोखाधड़ी, ED ने Delhi-NCR में 12 ठिकानों पर मारा छापा, जानें पूरा मामला
DUSU चुनाव में अध्यक्ष पद पर NSUI ने मारी बाजी, रौनेक खत्री बने प्रेसिडेंट
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर SC का बड़ा फैसला.. लागू रहेगा ग्रेप 4, सरकार से मांगी रिपोर्ट
Delhi Pollution News: दिल्ली सरकार और पुलिस के कामकाज पर SC का सवाल, कोर्ट कमिश्नर ने गिनाईं ये कमियां
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Politics In Pakistan : जैसा की आप जानते ही है कि इन दिनों पाकिस्तान की राजनीति में उथलपुथल चल रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी वे काफी चर्चा में रहे। अब इमरान खान अमेरिका पर आरोप लगा रहे हैं कि जो बाइडेन सरकार उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहती है।
वह अमेरिका पर पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में दखल देने का भी इमरान ने आरोप लगाया हैं। वहीं पाकिस्तान की सेना दोबारा से अमेरिका के साथ अच्छे संबंध बनाने का प्रयास कर रही है। हाल ही में पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सेना देश को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने के लिए पश्चिमी देशों से सहयोग मांग रही है। बता दें कि पश्चिमी देश पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन के कारण उपकरणों की आपूर्ति से इनकार कर रही है।
अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों द्वारा पाकिस्तान को डिफेंस टेक्नोलाजी नहीं दिए जाने से पाकिस्तान के रक्षा तैयारियों पर असर पड़ा है। पाकिस्तान की नौसेना के लिए पनडुब्बियों को एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन के साथ अपग्रेड करने से इनकार करना और मिराज फाइटर जेट्स के बेड़े को पाकिस्तान वायु सेना के साथ अपग्रेड करना आदि से मना कर दिया है। बता दें कि जर्मनी ने भी 2020 में पाकिस्तान की पनडुब्बियों को अपग्रेड करने से इनकार कर दिया था।
चीन और पाकिस्तान के सुरक्षा सहयोग और आगामी संबंधों के बारे में जनरल बाजवा ने बताया कि पाकिस्तान कैंप पालिटिक्स को नहीं देख रहा है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान और चीन के संबंध ऐतिहासिक तौर पर अच्छे रहे हैं।
हमारी सेना काफी हद तक अमेरिका द्वारा निर्मित और प्रशिक्षित है। हमारे सबसे बेहतर इक्विपमेंट अमेरिकी इक्विपमेंट हैं। पश्चिमी देशों द्वारा इक्विपमेंट्स से मना करने के कारण चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य सहयोग बढ़ रहा था।
अगर पश्चिम को लगता है कि पाकिस्तान में चीनी प्रभाव बहुत अधिक है तो इसका मुकाबला करने का एकमात्र तरीका पाकिस्तान में निवेश करना है। Politics In Pakistan
Read More : Gold Silver Price Today 6 April 2022 जानिए आज के सोने चांदी के दाम
Also Read : Share Market Update Today 6 April 2022 सेंसेक्स में 600 अंक की गिरावट, जानिए निफ़्टी का हाल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.