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India News (इंडिया न्यूज़),Protesting Farmers Delhi March: किसान आज अनी मांगों के चलते दिल्ली कूच करने वाले हैं। ऐसे में पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए है। दिल्ली आने वाली सड़कों पर कई लेयर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। किसानों के दिल्ली कूच की तैयारी के बीच शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और कर्ज माफी की मांग को लेकर आज दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर अपनी ज़िद बनाए रखने का आरोप लगाते हुए आंदोलन को और तेज़ करने की योजना बनाई है।
कांग्रेस नेता डॉ. उदित राज ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को लोकतंत्र को जीवित रखने का एक उदाहरण बताया और कहा कि उनकी मांगें पूरी तरह से जायज हैं। उन्होंने सरकार के अलोकतांत्रिक रवैये की निंदा की और किसानों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को दलितों और अन्य हाशिए के समूहों के साथ मिलकर अपने आंदोलन को और मजबूत करना चाहिए। किसान नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि वे पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे, विशेष रूप से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अमृतसर दौरे के विरोध में यह कदम उठाया जाएगा। किसान आंदोलन का यह विरोध प्रदर्शन अब 300वें दिन में प्रवेश कर चुका है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने रविवार को फैसला किया था कि 101 किसानों का एक जत्था दोपहर को शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर कूच करेगा। हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने शंभू बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा और बैरिकेडिंग कर रखी थी। किसानों ने इन बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश की, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
किसानों और प्रशासन के बीच यह टकराव गहराता जा रहा है। आंदोलनकारियों का कहना है कि वे अपनी मांगें पूरी करवाने तक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, जबकि प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सख्त रवैया अपना रहा है।
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