होम / Delhi Yamuna Flood: यमुना के भयावह रूप से दिल्ली में मचा त्राहिमाम, एक मंजिल तक पहुंचा पानी, 5000 से ज्यादा लोगों को छोड़ने पड़े आवास

Delhi Yamuna Flood: यमुना के भयावह रूप से दिल्ली में मचा त्राहिमाम, एक मंजिल तक पहुंचा पानी, 5000 से ज्यादा लोगों को छोड़ने पड़े आवास

Shubham Pathak • LAST UPDATED : July 14, 2023, 5:37 am IST

India News(इंडिया न्यूज),Delhi Yamuna Flood:  देश की राजधानी दिल्ली में यमुना ने त्राहिमाम मचा रखा है। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते से दिल्ली के हालात और बिगड़ते जाते है। बता दें कि, यमुना खादर के अलावा कई रिहायशी इलाके में पानी पहुंच गया है। न्यू उस्मानपुर, शास्त्री पार्क, मयूर विहार और सोनिया विहार के कई इलाकों में पानी एक-एक मंजिल तक पहुंच गया। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग और मवेशी फंस गए। हलाकि, हालात को देखते हुए एनडीआरएफ के अलावा पुलिस, दमकल विभाग, बोट क्लब और सिविल डिफेंस के वालंटियर ने मोर्चा संभाल लिया। देर शाम तक बाढ़ में फंसे 5000 से ज्यादा लोगों के अलावा सैकड़ों मवेशियों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

लोग मकान छोड़ जाने को तैयार नहीं

यमुना के इस त्रासदी के चलते यमुना खादर के न्यू उस्मानपुर, शास्त्री पार्क, सोनिया विहार, गढ़ी मांडू समेत कई इलाकों में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रह है। लेकिन वहां पर समस्या ये आ रही है कि, लोगों ने पक्के मकान बनाए हुए हैं। इन इलाकों में पानी का लेवल और बढ़ गया, लेकिन लोग मकान छोड़कर जाने को तैयार नहीं थे। ऐसे में प्रशासन ने जबरन इन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर, शास्त्री पार्क, सोनिया विहार से पुलिस ने जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और बोट क्लब की मदद से करीब 1600 लोगों और 1390 मवेशियों को सुरक्षित निकाला। वही बात अगर, पूर्वी जिला में पुलिस ने मयूर विहार, पांडव नगर, मंडावली समेत दूसरे इलाकों से करीब 950 लोगों और 500 से अधिक मवेशियों को निकाला।

बाढ़ का ट्राफिक पर असर

बता दें कि, देश की राजधानी दिल्ली में दो दिन से बाढ़ के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। चारो तरफ यमुना का भयावह रूप देखने को मिल रहा है। जिस के चलते सिविल लाइंस स्थित सेंट जेवियर स्कूल के बच्चे फर्स्ट टर्म की परीक्षा नहीं दे सके। बता दें कि, बाढ़ के पानी और जाम के कारण बच्चे स्कूल ही नहीं पहुंच पाए। स्कूल में पहली परीक्षा बारिश के कारण रद कर दी गई थी।

वहीं बृहस्पतिवार को स्कूल नहीं पहुंच सकने के कारण बच्चे घर वापस आ गए। कई बच्चों के कैब ड्राइवर ने सुबह फोन करके आने से मना कर दिया क्योंकि जगह-जगह पानी भरा था और इस कारण से रास्ते भी बंद थे। कुछ बच्चों ने अपने मम्मी-पापा या भाई के साथ स्कूल पहुंचने का प्रयास किया लेकिन ज्यादा दूर भी नहीं पहुंच सके। जाम होने के कारण उन्हें घर वापस जाने के लिए कह दिया गया। इसी तरह की परेशानी कुछ अन्य बच्चों को भी हुई। अभिभावकों को चिंता है कि स्कूल प्रशासन बाद में परीक्षा लेगा या नहीं। ब्यूरो

बिजली भी बनी समस्या

बता दें कि, चार तरफ बढ़ रहे यमुना पानी के चलते बिजली गुल होने की समस्या भी बढ़ गई है। राजधानी के जितने भी निचले इलाके हैं, वहां के लोगों को इससे परेशान होना पड़ रहा है। जिसमें सोनिया विहार, जामिया, ओखला, यमुना बाजार, संगम विहार समेत कई इलाकों में बिजली एक-एक घंटे के लिए गुल हो रही है। बिजली वितरण करने वाली कंपनी का कहना है कि बिजली की कोई कमी नहीं है। प्रशासन के निर्देश पर बिजली काटी जा रही है। बाढ़ की वजह से करंट लगने की समस्या है। जामिया नगर की रहने वाली खदीजा बेगम का कहना है कि इलाके में सुबह से दो-तीन बार बिजली एक-एक घंटे के लिए गुल रही, जबकि इस इलाके में जलजमाव की समस्या नहीं है।

ये भी पढ़े

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT