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India News(इंडिया न्यूज), Facts About Aghori Sadhu: अघोरी साधु अपने अत्यधिक रहस्यमय और विचित्र तरीकों के लिए प्रसिद्ध होते हैं, जो सामान्यत: समाज की धारणाओं और परंपराओं से बाहर होते हैं। उनका उद्देश्य आध्यात्मिक उन्नति और तंत्र साधना के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करना होता है। अघोरी साधु भारतीय तंत्र-मंत्र और तांत्रिक विद्या में विश्वास करते हैं और शारीरिक तथा मानसिक कष्टों को पार करके आत्मा की मुक्ति की दिशा में काम करते हैं।
उनकी साधना में कुछ गतिविधियाँ बहुत ही असामान्य और चौंकाने वाली होती हैं, जिनमें से एक है मृत शरीर के अंगों का सेवन। अघोरी साधु कई बार शवों के शरीर के विभिन्न हिस्सों को खाते हैं, जैसे कि मस्तिष्क या अन्य अंग। इस कृत्य का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण है, और इसके पीछे उनके विश्वास के अनुसार, यह मृत्यु के डर को समाप्त करने, आध्यात्मिक शक्तियों को प्राप्त करने, और कर्मों से मुक्ति पाने का एक तरीका माना जाता है।
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अघोरी साधु का यह कृत्य समाज की मुख्यधारा से बहुत अलग है और इसे सामान्य रूप से बहुत विचित्र और अस्वीकार्य माना जाता है। उनके इस प्रकार के आचार-व्यवहार का उद्देश्य धार्मिक और आध्यात्मिक है, और यह उनकी साधना का एक हिस्सा है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अघोरी साधु की ये प्रथाएँ उनके आस्थाएँ और विश्वासों पर आधारित होती हैं, जो आमतौर पर हर किसी के लिए समझना और स्वीकार करना आसान नहीं होता।
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