Ahoi Asthami Star and Moon Rise Time in Delhi NCR: अहोई अष्टमी (Ahoi Asthami) हिंदू धर्म में एक विशेष व्रत है, जिसे माताएं संतान की लंबी आयु, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं. इस व्रत का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है तारे (Tara) और चंद्र (Chandra) का दर्शन, क्योंकि इन्हें अर्घ्य देने से माता अहोई की विशेष कृपा संतान पर बनती है. यदि आप दिल्ली NCR में हैं और अहोई अष्टमी 2025 का व्रत कर रहे हैं, तो यह जानना आवश्यक है कि तारे और चंद्र कब दिखाई देंगे.
दिल्ली NCR में तारे कब निकलेंगे?
अहोई अष्टमी पर तारे को देखकर जल अर्पित करना व्रत की पूर्णता के लिए आवश्यक है।
- दिल्ली में तारों के दर्शन का समय शाम 6:24 बजे है.
- गाजियाबाद में तारों के दर्शन का समय शाम 6: 23 बजे है.
- गुरुग्राम में तारों के दर्शन का समय 6:24 बजे है.
- फरीदाबाद में तारों के दर्शन का समय 6:25 बजे है.
- नोएडा में तारों के दर्शन का समय 6:26 बजे है.
इस समय माताएं तारे को देखकर अर्घ्य दें और अर्घ्य देने के दौरान मंत्र “ॐ पार्वतीप्रियनंदनाय नमः” का उच्चारण करना शुभ है.
दिल्ली NCR में चंद्र कब दिखाई देंगे?
तारे को अर्घ्य देने के बाद यदि माता चाहें तो चंद्र दर्शन भी कर सकती हैं. चंद्र को जल अर्पित करने से संतान पर माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है. दिल्ली- NCR में चंद्र दर्शन का समय रात 12 बजकर 10 मिनट पर होगा. चंद्र दर्शन करते समय वही मंत्र “ॐ पार्वतीप्रियनंदनाय नमः” उच्चारित करें.
इस तरह करें पूजा
शाम को शुभ मुहूर्त में अहोई माता की पूजा करें. अहोई अष्टमी के दिन दीवार पर अहोई माता का चित्र बनाकर या लगाकर पूजा की जाती है. सबसे पहले दीपक जलाएं, फिर कलश स्थापित करें और रोली, चावल, फल और मिठाई चढ़ाएं. सात गांठों वाला धागा चढ़ाएं, अहोई माता की कथा सुनें और फिर अपनी संतान की कुशलता के लिए प्रार्थना करें. शाम को तारे निकलने के बाद तारों को अर्घ्य देकर व्रत खोलें.