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मंदिर के शिखर पर क्यों फहराई जाती है धर्म ध्वजा! जानिए हिंदू धर्म में क्या है इस परंपरा का महत्व

Ram Mandir Dhwajarohan: 25 नवंबर विवाह पंचमी के दिन रामनगरी अयोध्या के राम मंदिर पर केसरिया धर्म ध्वज फहराया (Ram Mandir Flag Hoisting) जाने वाला है. इस भव्य समाहरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदू धर्म में मंदिरों में ध्वज क्यों फहराया य (Why Flag Hoisted In Temples) जाता है? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं यहां

Written By: Chhaya Sharma
Edited By: Rakesh Tiwari
Last Updated: 2025-11-21 12:32:22

Ayodhya Ram Mandir: 25 नवंबर विवाह पंचमी का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास माना जाता है, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था. ऐसे में इस खास मौके पर एक बार फिर सभी की नजरें रामनगरी अयोध्या के राम मंदिर पर टिक जाएंगी, क्योंकि इस दिन राम मंदिर पर केसरिया धर्म ध्वज फहराया (Ram Mandir Flag Hoisting) जाने वाला है. इस भव्य समाहरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और उनके हाथों से पूरे विधि विधान के साथ राम मंदिर का ध्वजारोहण किया जाएगा. वैसे तो हिंदू धर्म में मंदिरों में ध्वज फहराने की परंपरा बहुत पुरानी है. लेकिन आप जानते हैं ऐसा क्यों है? हिंदू धर्म में मंदिरों में ध्वज क्यों फहराया जाता है? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं यहां 

क्यों फहराया जाता है मंदिरों में झंडा (Religious Importance Of Temple Flag Hoisting)

हिंदू मंदिरों में झंडा (ध्वज) फेराने की परंपरा बेहद पुरानी है और विशेषकर वैष्णव, शैव और शक्ति पीठों में प्रचलित है. मंदिरों में झंडा फेराने की परंपरा के पीछे धार्मिक, आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक जैसे कई कारण हैं: लेकिन झंडा फेराने (Flag Hoisting) का मुख्य कारण देवता को सूचना एवं निमंत्रण देना माना जाता है. ध्वज फहराने से यह संकेत सभी को यह संकेत दिया जाता है कि भगवान पूरी तरह मंदिर में विराजमान हैं और भक्तों को दर्शन देने के लिए तैयार हैं. इसे एक तरह से देवता को “जागृत” होने और भक्तों की पुकार सुनने का आमंत्रण भी कहा जा सकता है.  

ध्वज को बताया जाता है वायु देवता का वाहन  (Why Flag Hoisted In Temples?)

इसके अलावा झंड़ा फहराने को विजय और संप्रभुता का प्रतीक भी माना जाता सकता है, क्योंकि पुराने समय में जब कोई राजा युद्ध जीतता था, तब विजय ध्वज फहराया जाता था. इसी तरह से मंदिर में ध्वज फहरा (Mandir Dhwajarohan) कर यह दर्शाया जाता है. यह क्षेत्र ईश्वर का पूर्ण साम्राज्य है और असुर शक्तियों (अज्ञान, अहंकार, पाप) पर धर्म की विजय हुई है. वहीं कई मान्यताओं के अनुसार, ध्वज को वायु देवता का वाहन माना जाता है और माना जाता है कि जब ध्वज हवा में लहराता है, तो वायु देवता मंदिर के चारों ओर चक्कर लगा रहे होते हैं और वातावरण शुद्ध  करते हैं, इसलिए हिंदू धर्म में मंदिरों में ध्वज फहराया जाता है,

राम मंदिर के ध्वज पर होगा ये चिन्ह (This Symbol Will Be On The Flag Of Ram Temple)

बता दें कि राम मंदिर पर लहराये (Ram Mandir Dhwajarohan) जाने वाला ध्वज का पताका चमकदार केसरियां रंग और त्रिकोणीय आकार में होगा, इसपर भगवान सूर्यदेव विराजमान होंगे और बीच में ऊँ भी बना होगा. 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. India News इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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