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India News (इंडिया न्यूज़), Chandra Grahan 2023: इस साल का अंतिम और दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर 2023 को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण को खास माना जा रहा है। इसे खास इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि इसे भारत में भी देखा जा सकेगा। इस साल 2023 में लगने वाले सभी ग्रहण में से यह चंद्र ग्रहण अकेला एक ऐसा ग्रहण होगा, जिसे भारत में देखा जा सकेगा।
वहीं भौगोलिक स्थिति के अनुसार, यह कंकण सूर्य ग्रहण अमेरिका, मैक्सिको, ब्राज़ील, कोलंबिया आदि सारे देशों में दिखाई दे रहा है। यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं है। बता दें इससे भारत में ग्रहण से सम्बंधित वेध, सूतक, स्नान, दान-पुण्य, कर्म, यम-नियम मान्य नहीं है।
विज्ञानिको के अनुसार, सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी के आ जाने से चंद्र ग्रहण लगता है। इसे अद्भुत खगोलीय घटना माना जाता है। लेकिन धार्मिक दृष्टिकोणों से ग्रहण लगने की घटना अशुभ मानी जाती है। साथ ही इसे समुंद्र मंथन की कथा और राहु-केतु से जोड़ा जाता है। इसका यही वजह है कि धार्मिक और ज्योतिष नजरिए से इसे शुभ नहीं माना जाता।
वहीं भारतीय समय से विरल छाया प्रवेश रात्रि 11:32 बजे, ग्रहण का स्पर्श रात्रि 1:05 बजे, मध्य रात्रि 1: 44 बजे और मोक्ष रात्रि 2 :23 बजे वहीं विरल छाया निर्गम रात्रि 3:56 बजे रहेगा।
वहीं इसका सूतक भारतीय समयानुसार दिन में शाम 4:05 बजे से प्रारम्भ होगा। आपको होगा कि सूतक काल में मंदिर में नहीं जाया जाता और भगवान को स्पर्श नहीं किया जाता है।
अशुभ: मेष,वृषभ,कन्या, मकर।
शुभ: मिथुन,कर्क,वृश्चिक, कुंभ।
सामान्य: सिंह,तुला,धनु,मीन।
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद दान देना शुभ माना जाता है, इससे ग्रहण के दुष्प्रभाव खत्म हो जाते हैं। चंद्र ग्रहण के बाद आप चावल, दूध, शक्कर और चांदी की वस्तुओं का दान कर सकते हैं।
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