उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने देहरादून में बताया कि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। रतूड़ी ने बताया कि श्रद्धालुओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य विभाग, ‘विश फाउंडेशन’ तथा हंस फाउंडेशन ने ‘ई-स्वास्थ्य धाम’ ऐप की शुरूआत की है जिन पर उन्हें अपना स्वास्थ्य डाटा अपलोड करना है।
सरकार ने जारी किए नियम
रतूड़ी ने कहा कि प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम चार धाम यात्रा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चार धाम यात्रा मार्ग पर अब तक 20 से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते मौत हो चुकी है। चारों धामों के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित होने के मददेनजर राज्य सरकार ने हिंदी और अंग्रेजी सहित 14 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श जारी करते हुए श्रद्धालुओं से उसका पालन करने का अनुरोध किया है।