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India News (इंडिया न्यूज), Diwali Maa Lakshmi Aarti: दिवाली के पावन अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। यह त्योहार धन, समृद्धि और खुशहाली की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मनाया जाता है। लोग घरों को साफ-सुथरा करते हैं, दीयों और रोशनी से सजाते हैं और विशेष रूप से लक्ष्मी पूजन करते हैं। लेकिन हाल ही में यह मान्यता सुनने को मिली है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की आरती करने से वह रुष्ट हो जाती हैं। यह धारणा काफी विवादास्पद है, और इसे लेकर कई लोग भ्रमित भी हैं। आइए जानते हैं इस मान्यता के पीछे की सच्चाई और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के सही तरीके।
भारतीय धार्मिक ग्रंथों और परंपराओं में कहीं भी यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की आरती करने से वह नाराज हो जाती हैं। वास्तव में, आरती एक महत्वपूर्ण धार्मिक प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य देवी-देवताओं को सम्मान देना और उनकी कृपा प्राप्त करना होता है। किसी भी पूजा के अंत में आरती करना अनिवार्य माना जाता है, और मां लक्ष्मी की आरती दिवाली पूजा का मुख्य हिस्सा होती है। इसलिए, यह कहना कि लक्ष्मी जी की आरती करने से वह रुष्ट हो जाती हैं, तर्कसंगत नहीं लगता।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सही तरीके से पूजा और आरती करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ मुख्य बातें हैं जो आपको दिवाली पर ध्यान में रखनी चाहिए:
2. दीयों और रोशनी से सजाएं घर: मां लक्ष्मी को दीयों की रोशनी बहुत प्रिय होती है। दिवाली की रात दीप जलाने से मां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है, जिससे घर में समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है।
3. संकल्प और सही मंत्रों का उच्चारण: पूजा के दौरान सही मंत्रों और विधि-विधान का पालन करना चाहिए। संकल्प लेकर पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
4. पूजा में प्रसाद और भोग: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिठाई, विशेष रूप से खीर, लड्डू, और फल का भोग लगाया जाता है। इसके अलावा, कमल का फूल और पीले वस्त्र अर्पण करना भी शुभ माना जाता है।
5. गणेश जी की पूजा: लक्ष्मी पूजन से पहले भगवान गणेश की पूजा करना अनिवार्य माना जाता है, क्योंकि वह सभी कार्यों में विघ्नों को दूर करते हैं। गणेश जी के बिना कोई पूजा पूर्ण नहीं होती।
अक्सर अंधविश्वास और गलत धारणाएं बिना सोचे-समझे फैल जाती हैं, और लोग उन्हें सच मानने लगते हैं। खासकर धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी बातें जल्दी फैलती हैं, क्योंकि लोग पूजा और परंपराओं में कोई त्रुटि नहीं चाहते। दिवाली का त्योहार शुभता का प्रतीक है, और मां लक्ष्मी की आरती न करने की बात मात्र एक मिथक हो सकती है। धार्मिक क्रियाओं में सदियों से चली आ रही विधियों का पालन करना ही सही होता है।
मां लक्ष्मी की आरती करना दिवाली पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसके द्वारा हम देवी को अपनी श्रद्धा और भक्ति अर्पित करते हैं। यह धारणा कि आरती करने से लक्ष्मी जी रुष्ट हो जाती हैं, पूरी तरह से निराधार और अंधविश्वास है। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका है शुद्ध मन, सही विधि-विधान और भक्तिभाव से पूजा करना। इस दिवाली, सही तरीके से लक्ष्मी पूजन करके अपने घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का स्वागत करें।
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डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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