होम / महाभारत का ये पापी योद्धा अपने पीछले जन्म में था एक देवता…आज कलयुग में जी रहा है एक आम इंसान की जिंदगी!

महाभारत का ये पापी योद्धा अपने पीछले जन्म में था एक देवता…आज कलयुग में जी रहा है एक आम इंसान की जिंदगी!

Preeti Pandey • LAST UPDATED : September 24, 2024, 6:35 pm IST

Duryodhan In Mahabharat: दुर्योधन का पिछला जन्म भी बहुत ही आश्चर्यजनक

India News (इंडिया न्यूज), Duryodhan In Mahabharat: महाभारत में कई ऐसे रहस्य हैं जो आज भी किसी पहेली से कम नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि महाभारत के सभी पात्र न केवल अपने वर्तमान जन्म के रहस्य से जुड़े थे बल्कि उनके पिछले जन्मों के बारे में भी कई ऐसी बातें थीं जो अनसुनी और चौंकाने वाली थीं। दुर्योधन का पिछला जन्म भी बहुत ही आश्चर्यजनक है। ऐसा इसलिए क्योंकि दुर्योधन अपने पिछले जन्म में देवता था और द्वापर युग में वह अधर्मी के रूप में पैदा हुआ था। तो चलिए जानते हैं कि धृतराष्ट्र का पुत्र दुर्योधन देवता से पापी कैसे बना। महाभारत के ग्रंथो के मुताबिक दुर्योधन के पूर्व जन्म में कलयुग का अंशावतार बताया गया है।

महाभारत ग्रंथ के अनुसार, दुर्योधन को उसके पूर्व जन्म में कलयुग का अंशावतार बताया गया है। जो पूरी तरह से कुकर्मों में लिप्त था और बुराइयां उसमें अंतर्निहित थीं। हालांकि हरिवंश पुराण, श्रीमद्भागवत, भविष्य पुराण और गीता गोरखपुर प्रेस की ‘जय काव्य’ पुस्तक में दुर्योधन को कलियुग का देवता माना गया है।

खुद रावण के ये 2 शब्द बने थे उसकी मौत का कारण, कही हुई ये बात बनी थी श्री राम का ब्रह्मास्त्र?

देवताओं ने की कलियुग देव उत्पती

महाभारत के अनुसार महर्षि वेद व्यास ने वर्णन किया है कि कलियुग का आरंभ द्वापर युग के बाद होना लिखा है, लेकिन इसके कुछ लक्षण द्वापर युग से पहले और उस युग के दौरान भी दिखाई देंगे। कलियुग के ये लक्षण उस व्यक्ति को दिखाई देंगे जो भक्ति से पाप की ओर अग्रसर हो गया है। ऐसा माना जाता है कि कलियुग कैसा होगा, यह दिखाने के लिए देवताओं ने एक देवता बनाया जिसे कलियुग देव के नाम से जाना जाता है। कलियुग देव शुरू में भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे, लेकिन अपने दूसरे जन्म में वे दुर्योधन के रूप में बहुत दुष्ट और पापी व्यक्ति बन गए और द्वापर में वे श्री कृष्ण के दुश्मन बन गए।

श्री कृष्ण ने दिया आशीर्वाद

ऐसी मान्यता है कि जब पांडु पुत्र भीम ने दुर्योधन का वध कर दिया था, तब स्वयं श्री कृष्ण ने दुर्योधन को उसके जन्म का उद्देश्य बताया था और साथ ही दुर्योधन को आशीर्वाद दिया था कि जब वह कलियुग में एक आम इंसान के रूप में जन्म लेगा, तो उसे श्री कृष्ण की अपार भक्ति करने का मौका मिलेगा।

महाभारत के बाद कैसे बचा था पांडवों का आखरी वंशज? जानें द्वापर युग से कैसे चमत्कार कर रही हैं जितिया व्रत की ये तीन कथाएं!

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

जानें हिजबुल्लाह और फ्रांस में है अनोखा सबंध, मुस्लिमों के इस देश में होता है ये काम, जान आप भी रह जाएंगे हैरान
वास्तु शास्त्र की 8 दिशाओं का क्या है महत्व? जानिए आम आदमी पर क्या है इसका असर
बांग्लादेश के विदेश मंत्री के इस बयान पर भड़के दुनिया भर के हिन्दू, भारतीय मीडिया को लेकर भी कही ये बात
MPPSC Recruitment 2024: मध्य प्रदेश में 850 से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती, 29 सितंबर है लास्ट डेट
सुबह उठते ही जो देख लिए महिलाओं के ये अंग…बरसेगा अंतोल पैसा!
बांग्लादेश की हुई बल्ले-बल्ले! BCCI ने दूसरे टेस्ट से पहले इन दिग्गज खिलाड़ी को दिखाया बाहर का रास्ता, जानें इसके पीछे की वजह
Cancer का जड़ से खात्मा करेगा ये वरदानी पेड़? जानें इसके बीज और पत्तियां कैसे करेंगी जानलेवा बीमारी से बचाव
ADVERTISEMENT