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इंडिया न्यूज, मेरठ:
Dussehra 2021 : दशहरा आते ही लोगों में रावण दहन का ख्याल आता है, लेकिन इसका पुतला बनाने का काम कुछ ही लोग करते है। जो पुतला बनाने में माहिर होते है। मेरठ निवासी जुबैर भी पुतले बनाने का कार्य करते है। उन्हें यह विरासत अपने पूर्वजों से मिली है। उनके पड़दादा पुतले बनाने का काम करते थे। जिसके बाद पीढ़ी-दर-पीढ़ी उनके वंशज पुतले बना रहे हैं। इस बार भी जुबैर ने पुतले बनाए हैं। जो आकर्षक का केंद्र बने हैं। इसके साथ ही इस बार के रावण दहन में बहुत कुछ खास होने वाला है।
बता दें कि मेरठ निवासी जुबैर की चार पीढ़ियां दशहरे के मौके पर पुतले बनाने का काम करती आ रही हैं। मेरठ में ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों से भी इनके पुतले ले जाए जाते हैं। कारीबर जुबैर ने बताया कि इस बार के रावण दहन में यह खासियत होगी कि रावण को रथ पर दहन किया जाएगा। जिसके चलते रथ बनाने का काम किया जा रहा है। इस रथ की वजह से ही इस बार का रावण दहन सबसे अलग होने जा रहा है। (Dussehra 2021)
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार महंगाई और कोरोना का काफी असर पड़ा है। जिसके चलते पुतलो की पहले की अपेक्षा कम बिक्री हुई है। साथ ही पिछले बार रावण के पुतले की कीमत 73 हजार रुपये थी। वहीं इस बार दो हजार रुपये बढ़कर पुतले की कीमत 75 हजार रुपये हो गई है। कभी इसी पुतले को उनके पड़दादा बनाया करते थे, जिसकी कीमत करीब 100 रुपये हुआ करती थी। बदलते समय और महंगाई की वजह से उनका पड़पोता उसकी पुतले को 75 हजार रुपये में बेच रहा है।
इसके साथ ही इस बार रावण के पुतले की ऊंचाई 130 फीट, कुंभकरण के पुतले की ऊंचाई 120 फीट और मेघनाद के पुतले की ऊंचाई 100 फीट है। इन पुतलो को बनाने के लिए जुबैर ने करीब एक महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। जिसके बाद से वह अपनी टीम के साथ पुतले बनाने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही जुबैर ने बताया कि पुतले बनाने में बांस, कागज, सुतली, तांबा, कलर पेपर आदि का प्रयोग कर रावण दहन के लिए पुतला तैयार किया जाता है। (Dussehra 2021)
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