संबंधित खबरें
शनि की ढैय्या इन 2 राशियों की डुबो कर रख देगी लुटिया…इन 5 उपायों को आज ही से कर दे शुरू नहीं तो छा जाएगा जिंदगी में अकाल!
शनि-राहु बनाएंगे पिशाच योग…2025 में नहीं छोड़ेंगे इन 3 राशियों का बेड़ा गर्क करने में कोई कसर, जानें नाम?
रात में इस समय पर सोना और सुबह इस समय पर उठ जाना बदलकर रख देगा आपका जीवन, जान लें सोने का सही तरीका तक?
जिस राहु के प्रकोप से मौत तक आ जाती है सामने, उसी की हालत खराब कर देते है ये भगवान, इनके उपाय से मात्र 3 दिन में शांत हो जाती है राहु की महादशा
निर्वस्त्र रहते हैं नागा साधु, जानिए क्या है महिला नागा साधुओं में कपडे को लेकर नियम?
आखिर क्या रही वजह जो गांधारी ने अपने जवान पुत्र अपने जवान पुत्र निर्वस्त्र ही बुला लिया था अपने समीप? रहस्य जान हील जाएंगे आप!
India News (इंडिया न्यूज), Death Mystery: मृत्यु जीवन का एक ऐसा सत्य जिससे हर एक को एक न एक दिन तो रूबरू होना ही हैं, लेकिन कई बार हम ये मन्ना ही नहीं चाहते हैं कि अब हमारा जीवन का ये सफर खत्म होने वाला हैं या शायद हमारा दिमाग ही हमें ये न मान्ने की सलाह या जिद पर अड़े रहने देता हैं लेकिन सच तो यही हैं कि जो भी व्यक्ति इस धरती पर आया हैं उसे यहां से एक न एक दिन तो जाना ही हैं। आध्यात्मिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के बाद आत्मा और शरीर के बीच का संबंध कैसे समाप्त होता है, इस पर विभिन्न विचारधाराएँ हैं।
हिंदू धर्म में यह माना जाता है कि आत्मा (आत्मा) मृत्यु के बाद शरीर को छोड़ देती है, लेकिन यह प्रक्रिया तुरंत पूरी नहीं होती। मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा और शरीर से अलग होने की प्रक्रिया कुछ समय ले सकती है। इस दौरान, शरीर में कुछ समय तक चेतना के अवशेष रहते हैं। कई धार्मिक ग्रंथों और परंपराओं में कहा गया है कि आत्मा को शरीर छोड़ने के बाद पितरों के पास जाने या अगले जीवन के लिए पुनर्जन्म के लिए कुछ समय लगता है।
मौत से ठीक 48 घंटे पहले आत्मा को मिलते हैं ये 5 अनजाने संकेत, जिनसे खुद शरीर भी होता हैं बेखबर
बौद्ध धर्म में भी आत्मा की स्थिरता को लेकर अलग-अलग विचार हैं। यहां आत्मा को स्थायी नहीं माना जाता, बल्कि “अंतरात्मा” (अंतरात्मा) की अवधारणा है। मृत्यु के बाद, व्यक्ति की चेतना एक नई स्थिति में प्रवेश करती है और यह प्रक्रिया कुछ समय ले सकती है।
इस्लाम में माना जाता है कि मृत्यु के समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है और इसके बाद आत्मा की स्थिति की जांच होती है। मरने के बाद आत्मा को तुरंत उपयुक्त स्थान पर ले जाया जाता है और यह प्रक्रिया शरीर से तुरंत जुड़ी रहती है।
आखिर क्यों अर्जुन को करनी पड़ी थी एक नागकन्या से शादी?
ईसाई धर्म में यह मान्यता है कि मृत्यु के बाद आत्मा तुरंत ईश्वर के पास जाती है या स्वर्ग और नरक की ओर जाती है, और शरीर को अंतिम संस्कार के लिए छोड़ा जाता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, आत्मा और शरीर के बीच कोई भौतिक या मापनीय संबंध नहीं होता है, इसलिए यह कहना कि आत्मा कितने घंटों तक शरीर से जुड़ी रहती है, वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर नहीं कहा जा सकता।
धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं में मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा की अवधारणा पर विभिन्न दृष्टिकोण हो सकते हैं, और ये व्यक्तिगत विश्वास और सांस्कृतिक परंपराओं पर निर्भर करते हैं।
क्या रावण ने शूर्पणखा के पति को डाला था मार, जानें क्या हैं सच्चाई?
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.