संबंधित खबरें
दुश्मनी के बावजूद भी क्यों पांडवों ने कर्ण के बेटे को सौंप दिया था इन्द्रप्रस्थ का राजपाठ? कौन था कर्ण का वो एक बेटा जो रह गया था जीवित?
कलियुग की स्त्रियों को लेकर श्रीकृष्ण की अर्जुन से कही ये 3 बातें आज हो रही है पत्थर की लकीर की तरह सच, जानें सबकुछ
पर्स में ये एक चीज रखते ही खींची आती है मां लक्ष्मी…पैसों के साथ-साथ जीवन में भी भर देती है सुख-समृद्धि
2025 में राहु-केतु करेंगे इन 3 राशियों का बंटा धार, राजा से फ़कीर बनाने में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर, जानें नाम
शिव की नगरी काशी से कभी नहीं लानी चाहिए ये 2 चीजें घर, पाप नहीं महापाप बन जाएगी आपकी ये भूल?
पूरे 9 साल के बाद इन 5 राशियों पर शांत हुआ मां काली का गुस्सा, अब जिंदगी में दिखेंगे दो बड़े बदलाव
India News (इंडिया न्यूज), Govardhan Puja 2024: आज गोवर्धन का त्यौहार मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा में गायों की पूजा की जाती है और गायों को देवी लक्ष्मी का रूप भी कहा जाता है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान कृष्ण ने इसी दिन गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रज के लोगों को भगवान इंद्र के प्रकोप से बचाया था। उन्होंने भगवान इंद्र को उनकी गलती का एहसास भी कराया था। तभी से भगवान कृष्ण के भक्त उन्हें गेहूं, चावल, बेसन से बनी सब्जियां और पत्तेदार सब्जियां चढ़ाते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। गोवर्धन पूजा की तिथि 1 नवंबर यानी शाम 6:16 बजे शुरू होगी और तिथि 2 नवंबर यानी आज रात 8:21 बजे समाप्त होगी। गोवर्धन पूजा के लिए तीन सबसे शुभ मुहूर्त रहेंगे। एक मुहूर्त सुबह 6:34 बजे से 8:46 बजे तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त दोपहर 3:23 बजे से शाम 5:35 बजे तक और तीसरा मुहूर्त शाम 5:35 बजे से शाम 6:01 बजे तक रहेगा।
इस दिन सुबह उठकर शरीर पर तेल से मालिश करें और फिर स्नान करें। फिर घर के मुख्य द्वार पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं। गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं, पास में ग्वाल-बालों को रखें। गोवर्धन पर्वत के बीच में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित करें। फिर उन्हें अन्नकूट का भोग लगाएं। अंत में गोवर्धन पूजा की व्रत कथा सुनें और सभी में प्रसाद बांटें और फिर भोजन करें।
वेदों और पुराणों में भगवान वरुण और अग्नि की पूजा का विधान बताया गया है। इस दिन गायों को सजाकर उनकी आरती उतारी जाती है और उन्हें फल, फूल, मिठाई आदि खिलाई जाती है। इसके बाद गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है। और फिर इसके बाद फूल, धूप, दीप आदि से पूजा की जाती है। इस दिन खाने के लिए तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं।
संतान प्राप्ति के उपाय
गोवर्धन पूजा के दिन दूध, दही, शहद, चीनी और घी से पंचामृत तैयार करें। इसके बाद इसमें गंगाजल और तुलसी के पत्ते जरूर डालें। पंचामृत तैयार होने के बाद इसे शंख में भरकर भगवान कृष्ण को अर्पित करें। इसके बाद 11 बार “क्लीं कृष्ण क्लीं” मंत्र का जाप करें। संतान प्राप्ति की आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
सुख-समृद्धि के उपाय
गोवर्धन पूजा के दिन गाय को नहलाकर उस पर तिलक लगाएं। इसके बाद उसे फल और चारा खिलाएं और गाय की सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आर्थिक रूप से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
भूलकर भी ना खाएं इन 4 लोगों के घर का खाना, वरना जीवनभर भुगतना पड़ सकती है ये बड़ी गलती
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.