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Guru Ka Rashi Parivartan 2021
मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्, चंडीगढ़ :
जब भी बड़े ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं, मेदनीय ज्योतिष के अनुसार लोक भविष्य में एक अद्वितीय बदलाव आता है। गुरु मकर से कुंभ राशि में चले जाएंगे। कुछ राशि वालों के लिए यह सुंखद परिवर्तन होगा।
गुरु का शनि की राशि में आना सबसे अधिक मौसम को प्रभावित करेगा। इस वर्ष सर्दी की बरसात, कड़ाके की ठंड घना कोहरा, स्मॉग, शीत लहर, अधिक बर्फबारी, समुद्री तूफानों, चक्रवातों प्राकृितक आपदाओं के प्रति सरकारों और आम जन को सचेत रहना चाहिए। कोरोना प्रभाव कम होता जाएगा। कई राज्यों में राजनीतिक परिवर्तन होंगे।
* साल के शुरूआती महीने में बृहस्पति कुंभ राशि में मौजूद रहेंगे। ये 12 अप्रैल 2022 को स्वराशि मीन राशि में गोचर करेंगे।
* फिर इसके बाद 23 फरवरी 2022 को बृहस्पति अस्त होंगे। जहां से ये 27 मार्च 2022 को वापस से उदय होंगे।
* 13 अप्रैल 2022 को बृहस्पति अपनी खुद की राशि मीन में गोचर करेंगे। इसके बाद पूरे वर्ष ये मीन राशि में ही मौजूद रहेंगे।
* इसके बाद बृहस्पति 29 जुलाई 2022 को मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। इसके बाद 24 नवंबर 2022 को बृहस्पति दोबारा से मार्गी होंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति एक शुभ ग्रह है और इसे गुरु की संज्ञा भी दी गई है। यह धनु और मीन राशि का स्वामी होता है। कुंडली में स्थित भिन्न-भिन्न भावों पर गुरु के भिन्न-भिन्न परिणाम देखने को मिलते हैं।
कुंडली में बृहस्पति के बलवान होने पर जातक को आर्थिक और वैवाहिक जीवन में अच्छे परिणाम मिलते हैं। बृहस्पति ग्रह को गुरु कहा जाता है। यह धनु और मीन राशि का स्वामी होता है और कर्क इसकी उच्च राशि है जबकि मकर इसकी नीच राशि मानी जाती है।
गुरु ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक होता है। ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी होता है।
(Guru Ka Rashi Parivartan 2021)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति पर बृहस्पति ग्रह की कृपा बरसती है उस व्यक्ति के अंदर सात्विक गुणों का विकास होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलता है। बृहस्पति ग्रह का गोचर जन्मकालीन राशि से दूसरे, पांचवें, सातवें, नौवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है। जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो जातक के जीवन में प्रगति होती है।
बृहस्पति ग्रह सौर मंडल में सबसे विशाल ग्रह है। इसका द्रव्यमान सूर्य के हजारवें भाग के बराबर है। हालांकि इसका तापमान -145 डिग्री सेल्सियस है इसलिए यह बहुत ही ठण्डा ग्रह है। बृहस्पति को अंग्रेजी में जुपिटर नाम से जाना जाता है। इसमें हीलियम और हाइड्रोजन गैस है। इस ग्रह को सौर मंडल का वैक्यूम क्लीनर भी कहा जाता है। यह पृथ्वी को विनाशकारी हमलों से बचाता है। खगोल विज्ञान के मुताबिक बृहस्पति के 64 प्राकृतिक उपग्रह हैं और इसका चुंबकीय क्षेत्र सभी ग्रहों में से सबसे शक्तिशाली है।
गुरु ग्रह मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और कुंभ राशि में 13 अप्रैल 2022 तक रहेंगे। उसके बाद अपनी स्वयं की राशि मीन में इनका प्रवेश होगा। गुरु के कुंभ राशि में गोचर होने के कारण खासकर 4 राशियों को विशेष लाभ होने वाला है।
साल 2022 में गुरु गोचर का राशियों पर प्रभाव
मेष – 2022 के शुरूआती महीनों में गुरु ग्यारहवें भाव में मौजूद रहेंगे। साल 2022 मिला-जुला रहेगा। शुभ साबित होगा। जीवन में चली आ रही कई परेशानियों का अंत हो सकता है। आर्थिक स्थिति में जबरदस्त सुधार होने के संकेत मिल रहे हैं। कोई महत्वपूर्ण काम मिल सकता है। धन लाभ के विशेष योग बन रहे हैं। माता लक्ष्मी की विशेष कृपा रहने से करियर में तरक्की मिलेगी।
वृषभ – गुरु का गोचर दसवें भाव में हो रहा है। करियर में बदलाव का समय रहेगा। अच्छे परिणाम की प्राप्ति होगी।
मिथुन – गुरु का गोचर नौवें भाव में हो रहा है जो भाग्य का भाव है। अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।
(Guru Ka Rashi Parivartan 2021)
कर्क – साल 2022 मिलाजुला रहने वाला रहेगा। संभलकर रहें और कोई निर्णय जल्दी में न करें। यात्राओं से लाभ प्राप्त होगा। हर काम में भाग्य का साथ मिलेगा। धन आगमन के रास्ते खुलेंगे। परिवार वालों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। नई नौकरी मिलने के आसार हैं। फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है।
सिंह – देवगुरु बृहस्पति सातवें भाव में स्थित रहेंगे। व्यापार में स्थितियां पहले के मुकाबले में बेहतर रहेगी। पारिवारिक जीवन में कुछ परेशानियां रहेगी लेकिन ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
कन्या – गुरु शुरूआती महीनों में छठे भाव में मौजूद रहेंगे। आपके लिए साल बहुत ही बेहतरीन बीतेगा। बिजनेस करने वाले जातक व्यापार में नई ऊंचाई को प्राप्त करेंगे। रूके हुए कार्य फिर से बनने लगेंगे। कार्यस्थल पर हर चुनौतियों का सामना अच्छे से कर पायेंगे। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। कोई नया प्रोजेक्ट मिल सकता है जिससे अच्छा खासा लाभ प्राप्त होने के आसार रहेंगे। काम के चलते की गई यात्रा से धन की प्राप्ति होने की संभावना दिखाई दे रही है।
तुला – बृहस्पति का गोचर पांचवें भाव में रहेगा। इस वर्ष आपके लिए धन के नए-नए और अच्छे मौके प्राप्त होंगे।
वृश्चिक – गुरु का गोचर चौथे भाव में होगा। साल मिला जुला रहेगा। घर या कोई संपत्ति की खरीदारी के लिए साल बहुत ही शुभ रहेगा।
धनु – गुरु का राशि परिवर्तन धनु राशि के जातकों के लिए तीसरे भाव में होगा। इस वर्ष आपको चुनौतियों का सामना करने और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए समय प्रतिकूल रहेगा।
(Guru Ka Rashi Parivartan 2021)
मकर – गुरु दूसरे भाव में होगा। खर्चे इस साल आपके जरूरत से ज्यादा रहेंगे। बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। शानदार उपलब्धियां मिलने के आसार हैं। नौकरी की तलाश में हैं तो अच्छा आफर मिल सकता है। कार्यस्थल पर आपके काम की प्रशंसा होगी। निवेश की योजना बना सकते हैं।
कुंभ – गुरु साल 2022 के शुरूआती दिनों में लग्न राशि में रहेगा। आर्थिक गतिविधियों की दृष्टि से शानदार गुजरेगा। नए-नए कार्यों में आप अपना भाग्य आजमा सकते हैं।
मीन – विदेश की यात्रा कर सकते हैं। धन-संपदा में इस साल इजाफा होने के संकेत हैं।
* गुरुवार को घी का दान करें
* अपने घर में कपूर का दीपक जलाएं।
* गुरुवार के दिन हल्दी व चना दाल का दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।
* गुरुवार के दिन पुखराज रत्न को सोने की अंगूठी में जड़वाकर तर्जनी अंगुली में धारण करें।
* पीपल के पेड़ को जल दें।
(Guru Ka Rashi Parivartan 2021)
* केसर का तिलक अपने माथे पर लगाएं तथा पीला रुमाल अपने पास रखें।
* केले के वृक्ष की पूजा गुरूवार के दिन करे तथा पीले पदार्थ गरीबों में बांटे।
* पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करे तथा गाय का घी दान करें।
* शिव भगवान की आराधना करें तथा शिव भगवान का रुद्राभिषेक करें।
* पीले वस्त्र धारण करें और गरीबों को यथासंभव दान करें।
* शिव सहस्त्र नाम का शिवलिंग पर रोज जल चढ़ाएं, जरूरतमंद को गेहूं व हल्दी का दान करें और गरीबों को भोजन करवाएं। पाठ करें।
* बड़ों का सम्मान करें। अधार्मिक कृत्यों से दूर रहें।
* गायत्री चालीसा का पाठ करें
(Guru Ka Rashi Parivartan 2021)
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