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India news(इंडिया न्यूज़), Guru Vakri 2023: ज्योतिष के अनुसार, 04 सितंबर को गुरु ग्रह उल्टी चाल चलने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को सुख, सौभाग्य, यश, वैभव, धन और बुद्धि का कारक ग्रह भी कहा जाता है। ऐसे में जिन जातकों की कुंडली में गुरु अच्छे स्थिति में होते हैं। उन्हें सभी क्षेत्रों में विशेष लाभ प्राप्त होता है।
गुरु की वक्र दृष्टि का प्रभाव मेष राशि के लोगों पर भी पड़ेग । इस दौरान मेष राशि वालों को कार्यक्षेत्र में उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ आत्मबल में वृद्धि होगी जो लोग नया कार्य शुरू करने की योजना तैयार कर रहे हैं, उन्हें सकारात्मक परिणाम नजर आएंगे। साथ ही धन की बचत में आपको आपार सफलता मिल सकती है। इसके साथ इस दौरान भाग्य का भी साथ मिलेगा।
मेष राशि के लोगों के आलावा गुरु की वक्र दृष्टि का प्रभाव सिंह राशि के लोगों पर भी पड़ेगा। गुरु वक्री सिंह राशि वालों को शुभ फल प्राप्त होगा। इस दौरान परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेगा। साथ ही नौकरीपेशा वाले लोगों को इस अवधि में कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त हो सकती है। इसके साथ लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरा होंगे। परिवार के सदस्यों के साथ भी रिश्ते मजबूत होंगे।
गुरु वक्री का प्रभाव तुला राशि के जातकों पर भी पड़ता है। इस दौरान जीवनसाथी के साथ सभी प्रकार के मतभेद दूर होंगे। साथ ही जो लोग विवाह के लिए योग्य साथी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें भी इस दौरान सफलता प्राप्त हो सकती है। न्यायिक मामलों में भी तुला राशि के लोगों को सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। इस अवधि में जिससे कई क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सनातन धर्म में ग्रहों की स्थिति को बहुत ही महत्व है। ग्रहों की बदलती दिशा सभी राशियों के पर प्रभाव डालती है। ऐसे में 4 सितंबर को जब देवगुरु कहे जाने वाले ग्रह बृहस्पति वक्री होने जा रहे हैं आपको बता दें कि बृहस्पति 118 दिनों तक वक्री अवस्था में रहेंगे और इस दौरान कुछ राशियों का भाग्य चमक उठेगा क्योंकि गुरु ग्रह को धन संपत्ति और वैभव का प्रतीक माना गया है। गुरु 16 साल बाद गुरु वक्री अवस्था में जाएंगे और 118 दिन वक्री ही रहेंगे, इसके बाद 31 दिसंबर के दिन वो फिर से मार्गी अवस्था में चलेंगे। 118 दिन का यह समय कई राशियों के लिए भाग्यशाली रहेगा।
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