संबंधित खबरें
क्या आपके घर पर भी छा रहे है कंगाली के बादल, नहीं दिख रही कोई राह? कहीं नाराज तो नहीं ये देवता आपसे, काले पत्थर का ये उपाय दिलाएगा 7 पीढ़ियों तक राहत!
क्या आप भी खड़े होकर करते है भगवान की पूजा? ये 5 गलतियां चढ़ा देती हैं कभी ना उतरने वाला पाप
बाथरूम में रखी ये 5 चीजें बर्बाद कर देती है आपके घर की सुख-शांति, वास्तु दोष का कारण बनती है और सोख लेती है सारा सुख-चैन!
इतने मुखी का रुद्राक्ष को धारण करने से जीवन में मिलते है अनेको फायदे की गिनते हुए थक जाएंगे आप, और ये देता रहेगा अपार धन
महाकुंभ भगदड़ में 20 नहीं इतने लोगों की गई जान, डीआईजी कुंभ ने किया बड़ा खुलासा, सुनकर कांप जाएगी रूह
फरवरी में न्याय के देवता बदलेंगे अपनी चाल, खेलेंगे ऐसा खेल की इन 3 राशियों की जाग जाएगी किस्मत, सभी समस्याओं का अपने आप निकल जाएगा हल
India News (इंडिया न्यूज़), Holashtak 2024 Date: फाल्गुन माह में होली का पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार के आने का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। होली के अलावा होलाष्टक का भी विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, होली के ठीक पहले 8 दिन के होलाष्टक शुरू हो जाते हैं। हर साल होलाष्टक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ होते हैं। जानें कब से शुरू होगा होलाष्टक, इसका महत्व और क्यों माना जाता है इसे अशुभ?
पंचांग के अनुसार, शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 16 मार्च को रात 9 बजकर 39 मिनट से हो रही है। इसका समापन 17 मार्च को सुबह 9 बजकर 53 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में होलाष्टक 17 मार्च से लगेगा और 24 मार्च को समाप्त होगा। इसके बाद 25 मार्च को होली मनाई जाएगी।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, होलाष्टक के दौरान भगवान हनुमान, भगवान विष्णु और भगवान नरसिंह की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि पूजा करने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही होलाष्टक के आठ दिनों में व्यक्ति को निरंतर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलाष्टक के दौरान आठ ग्रह उग्र अवस्था में रहते हैं। अष्टमी तिथि को चन्द्रमा, नवमी को सूर्य, दशमी तिथि पर शनि, एकादशी पर शुक्र, द्वादशी पर गुरु, त्रयोदशी तिथि पर बुध, चतुर्दशी पर मंगल और पूर्णिमा तिथि के दिन राहु उग्र स्थिति में रहते हैं। ज्योतिष विद्वानों की मानें तो होलाष्टक के दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। माना जाता है कि होलाष्टक की अवधि में किए शुभ और मांगलिक कार्यों पर इन ग्रहों का बुरा असर पड़ता है, जिसका असर सभी राशियों के जीवन पर भी पड़ सकता है। इस वजह से जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यही कारण है कि होली से पहले इन आठ दिनों में सभी मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.