India News, (इंडिया न्यूज), Islamic Festival Calendar 2025: हिंदू और अंग्रेजी कैलेंडर की तरह ही इस्लामिक कैलेंडर में भी कुल 12 महीने होते हैं, लेकिन इसका ढांचा और संरचना चंद्र कैलेंडर पर आधारित है, जो इसे सौर कैलेंडर से अलग बनाता है। इस्लामिक कैलेंडर का प्रमुख उद्देश्य धार्मिक अवसरों और त्योहारों की तिथियों का निर्धारण करना है। इसे हिजरी कैलेंडर कहा जाता है और इसका नया साल मुहर्रम के पहले दिन से शुरू होता है।
2025 इस्लामिक त्योहार कैलेंडर
त्योहार | हिजरी तारीख | अंग्रेजी तारीख |
रजब महीने की शुरुआत | 1 रज्जब 1446 हिजरी | 1 जनवरी 2025 |
इसरा मिराज | 27 रज्जब 1446 हिजरी | 27 जनवरी 2025 |
शाबान की शुरुआत | 1 शाबान 1446 हिजरी | 31 जनवरी 2025 |
आधा शाबान | 15 शाबान 1446 हिजरी | 14 फरवरी 2025 |
रमज़ान और रोज़े का महीना शुरू | 1 रमजान 1446 हिजरी | 1 मार्च 2025 |
नुज़ूल-उल-कुरान | 17 रमज़ान 1446 हिजरी | 17 मार्च 2025 |
ललयात-उल-कद्र | 27 रमज़ान 1446 हिजरी | 27 मार्च 2025 |
शव्वाल की शुरुआत | 1 शव्वाल 1446 हिजरी | 31 मार्च 2025 |
ईद-उल-फ़ितर | 1 शव्वाल 1446 एएच | 31 मार्च 2025 |
ज़िल-क़ादा की शुरुआत | 1 धुल-क़ादा 1446 हिजरी | 29 अप्रैल 2025 |
ज़िलहिज्जा की शुरुआत | 1 ज़िलहिज्जा 1446 हिजरी | 28 मई 2025 |
अराफात में वक्फ (हज) | 9 ज़िलहिज्जा 1446 हिजरी | 5 जून 2025 |
ईद-उल-अज़हा | 10 ज़िलहिज्जा 1446 हिजरी | 6 जून 2025 |
तश्रीक़ के दिन | 11, 12, 13 ज़िलहिज्जा 1446 हिजरी | 7 जून 2025 |
मुहर्रम (इस्लामिक नव वर्ष) की शुरुआत | 1 मुहर्रम 1447 हिजरी | 26 जून 2025 |
आशूरा व्रत | 10 मुहर्रम 1447 हिजरी | 5 जुलाई 2025 |
सफर की शुरुआत | 1 सफ़र 1447 हिजरी | 26 जुलाई 2025 |
रबी-उल-अव्वल की शुरुआत | 1 रबी-उल-अव्वल 1447 हिजरी | 25 अगस्त 2025 |
पैगंबर (मावलिद) का जन्मदिन | 12 रबी-उल-अव्वल 1447 हिजरी | 15 सितंबर 2025 |
रबी-उल-थानी की शुरुआत | 1 रबी-उल-थानी 1447 हिजरी | 23 सितंबर 2025 |
जमादा-उल-उला की शुरुआत | 1 जमादा-उल-उला | 23 अक्टूबर 2025 |
जमादा-उल-अखिरा की शुरुआत | 1 जुमादा-अल-अखिरा | 22 नवंबर 2025 |
हिजरी कैलेंडर की विशेषताएँ
- चंद्र आधारित कैलेंडर: हिजरी कैलेंडर पूरी तरह से चंद्र चक्र पर आधारित है, यानी यह चांद के दौरों (चांद के चक्कर) के आधार पर चलता है। इसका साल 354 या 355 दिनों का होता है, जो सौर कैलेंडर (जो 365.25 दिनों पर आधारित है) से लगभग 10-11 दिन छोटा होता है।
- 12 महीने: हिजरी कैलेंडर में 12 महीने होते हैं:
- मुहर्रम
- सफर
- रबीउल अव्वल
- रबीउल आखिर
- जुमादुल अव्वल
- जुमादुल आखिर
- रजब
- शाबान
- रमजान
- शव्वाल
- जिलकद
- जिलहिज्जा
- माह का निर्धारण चांद पर आधारित: हिजरी कैलेंडर में प्रत्येक महीने की शुरुआत चांद के दिखाई देने पर निर्भर करती है, इसलिए इसकी तिथियां हर साल बदलती हैं और 10-11 दिन पहले आती हैं। यही कारण है कि इस्लामी त्योहार और धार्मिक अवसर, हर साल सौर कैलेंडर की तुलना में समय से 10-11 दिन पहले आते हैं।
- धार्मिक महत्व: हिजरी कैलेंडर का मुख्य उद्देश्य धार्मिक तिथियों का निर्धारण करना है। इसका इस्तेमाल मुसलमानों के धार्मिक जीवन में अहम अवसरों, पर्वों और अनुष्ठानों के निर्धारण के लिए किया जाता है।
- सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव: हिजरी कैलेंडर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मुसलमानों के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करता है। इस कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनका समाज और समुदाय पर गहरा असर पड़ता है।
इस्लामिक कैलेंडर 2025 में प्रमुख त्योहारों की तिथियां
इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, 2025 में प्रमुख मुस्लिम त्योहारों और धार्मिक अवसरों की तिथियां निम्नलिखित हैं:
- मुहर्रम (हिजरी नया साल)
- तिथि: 28 जुलाई 2025 (हिजरी वर्ष 1447)
- ईद-उल-फितर (रमजान के बाद की ईद)
- तिथि: 24 अप्रैल 2025 (1446 हिजरी)
- ईद-उल-अजहा (कुर्बानी की ईद)
- तिथि: 6 जुलाई 2025 (1446 हिजरी)
- रमजान (व्रत रखने का महीना)
- शुरूआत: 24 मार्च 2025
- समाप्ति: 22 अप्रैल 2025
- शब-ए-बरात
- तिथि: 6 अप्रैल 2025
- शब-ए-मेराज
- तिथि: 11 फरवरी 2025
- हज (हज यात्रा का प्रमुख दिन)
- तिथि: 4 जुलाई 2025 (यात्रा का समय अगस्त के अंत तक होता है)
- रबीउल अव्वल (प्रोफेट मुहम्मद की पैदाईश का महीना)
- तिथि: 10 अक्टूबर 2025 (1447 हिजरी)
- जिलहिज्जा (हज का महीना)
- तिथि: 20 जुलाई 2025 (1446 हिजरी)
हिजरी कैलेंडर का धार्मिक महत्व
हिजरी कैलेंडर का महत्व केवल त्योहारों और धार्मिक अवसरों के निर्धारण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मुसलमानों के धार्मिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है। इसके द्वारा मुसलमानों को अपने धार्मिक कर्तव्यों और अनुष्ठानों की तिथियों के बारे में स्पष्ट जानकारी मिलती है। उदाहरण के तौर पर:
- रमजान में रोजे रखना, जो इस कैलेंडर के 9वें महीने में आता है, एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य है।
- हज (जो 12वें महीने जिलहिज्जा में होता है) इस्लाम का पांचवां स्तंभ है, और यह मुसलमानों के लिए एक बार जीवन में यात्रा करना अनिवार्य है, यदि वे शारीरिक और वित्तीय रूप से सक्षम हैं।
- ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा जैसे पर्व हिजरी कैलेंडर के हिसाब से निर्धारित होते हैं, जो मुसलमानों के लिए खुशी और धार्मिक एकता का प्रतीक होते हैं।
इस्लामिक हिजरी कैलेंडर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मुसलमानों के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का भी अहम हिस्सा है। हिजरी कैलेंडर के माध्यम से मुसलमान अपने धार्मिक पर्वों, त्योहारों और महत्वपूर्ण अवसरों की तिथियां सुनिश्चित करते हैं, जो उनके जीवन का एक अभिन्न भाग हैं। चूंकि हिजरी कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित है, इसके कारण इस्लामी त्योहार और धार्मिक अवसर हर साल लगभग 10-11 दिन पहले आते हैं, जिससे मुसलमानों को एक अद्वितीय समयचक्र मिलता है, जो उनके धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन को प्रभावित करता है।
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