संबंधित खबरें
आखिर क्या है वजह जो गर्भवती महिलाओं को नहीं काटते सांप, देखते ही क्यों पलट लेते हैं रास्ता? ब्रह्मवैवर्त पुराण में छुपे हैं इसके गहरे राज!
क्या आपके घर का मेन गेट भी है गलत दिशा में? तो हो जाएं सतर्क वरना पड़ सकता है आपकी जिंदगी पर बूरा असर!
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
एक तवायफ के लिए जब इन 2 कट्टर पंडितों ने बदल दिया था अपना धर्म…आशिक बन कबूला था इस्लाम, जानें नाम?
India News(इंडिया न्यूज), Jagannath Rath Yatra: जगन्नाथ रथ यात्रा एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है जो उड़ीसा राज्य के पुरी शहर में मनाया जाता है। इस दिन भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र, और बहन सुभद्रा, तीन रथों में बैठकर अपने मंदिर से बाहर निकलते हैं और गुंडिचा मंदिर जाते हैं, जिसे भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर कहा जाता है। इस यात्रा के पीछे कई धार्मिक और पौराणिक कारण हैं:
गुंडिचा मंदिर को भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, और सुभद्रा रथ यात्रा के दौरान अपनी मौसी के घर जाते हैं और वहां सात दिनों तक रहते हैं। इस दौरान भक्तजन उन्हें अपने करीब से देख सकते हैं और उनकी पूजा कर सकते हैं।
एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण (जगन्नाथ) और बलराम (बलभद्र) अपनी बहन सुभद्रा के साथ रथ पर बैठकर वृंदावन गए थे। यह यात्रा उनकी ननिहाल (मामा-मामी का घर) जाने का प्रतीक है। जगन्नाथ रथ यात्रा इस यात्रा का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व करती है।
सपने में पितरों के खाना मांगने का क्या होता हैं मतलब? क्या देना चाहते हैं संकेत!
यह भी माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ अपने भक्तों के प्रति अपनी श्रद्धा और सेवा दिखाने के लिए रथ यात्रा करते हैं। रथ यात्रा के दौरान भगवान का दर्शन करना बेहद शुभ माना जाता है, और यह अवसर भक्तों को भगवान के साथ निकटता का अनुभव कराने का एक तरीका है।
रथ यात्रा का उद्देश्य सामाजिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देना भी है। इस यात्रा में विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोग भाग लेते हैं और भगवान के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा प्रकट करते हैं।
एक ऐसा मंदिर जहां भक्तों से बात करती हैं माँ, खुद देती हैं भोग का प्रसाद!
यह यात्रा भगवान के भक्तों के बीच आने और उनकी समस्याओं को सुनने का प्रतीक है। भगवान जगन्नाथ का रथ खींचना और उन्हें मार्गदर्शन करना भक्तों के लिए एक महान पुण्य माना जाता है।
जगन्नाथ रथ यात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत बड़ा है, और यह त्यौहार भगवान जगन्नाथ के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है।
गाड़ी पर भगवान का नाम लिखवाना सही या गलत? Premanand Maharaj ने बताया सच!
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.