संबंधित खबरें
घर में शराब रखना होता है शुभ? आचार्य ने बताया रखने का सही तरीका…अचानक मिलने लगेंगी ये 3 अनमोल चीजें
आखिर क्या है वजह जो गर्भवती महिलाओं को नहीं काटते सांप, देखते ही क्यों पलट लेते हैं रास्ता? ब्रह्मवैवर्त पुराण में छुपे हैं इसके गहरे राज!
क्या आपके घर का मेन गेट भी है गलत दिशा में? तो हो जाएं सतर्क वरना पड़ सकता है आपकी जिंदगी पर बूरा असर!
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
India News (इंडिया न्यूज़), Lathmar Holi 2024: देश भर होली का त्योहार दो दिन का मनाया जाता है। इनमें एक दिन होलिका दहन और दूसरा दिन रंग वाली होली होती है। इस बार रंगवाली होली 25 मार्च 2024 को खेली जाएगी। लेकिन आपको बता दें कि श्री कृष्ण और राधा रानी की नगरी कहे जाने वाले मथुरा वृंदावन में 40 दिन तक होली चलती है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग होली खेलने आते हैं। इन्हीं के बीच में मौजदू ब्रज में लट्ठमार होली (Lathmar Holi 2024) से लेकर लड्डूओं की होली बेहद मशहूर मानी जाती है। रंगों की होली खेलने से पहले यहां की महिलाएं और पुरुष लट्ठमार होली खेलती है। इसमें महिलाएं पुरुषों पर लट्ठमार बरसाती हैं। तो यहां जानिए किस दिन खेली जाएगी लट्ठमार होली और जाने कैसे हुई इसकी शुरूआत।
इस बार होली का त्योहार 25 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। 24 को होलिका दहन और 25 मार्च को रंगवाली होली खेली जाएगी। बता दें कि मथुरा वृंदावन में होली की शुरुआत हो चुकी है। यहां हर एक दिन लड्डूमार होली से लेकर फूलों की होली, पानी की रंग की और लट्ठमार होली खेली जाएगी। इस बार लट्ठमार होली 19 मार्च 2024 को होगी। इसमें महिलाएं पुरुषों पर लट्ठ बरसाती हैं।
मथुरा वृंदावन में लट्ठमार होली की परंपरा द्वापर युग से है। इस दिन नंदगांव के ग्वाल बाल होली खेलने के लिए बरसाने जाते हैं। बताया जाता है कि श्री कृष्ण अपने मित्रों के साथ बरसाना में राधा जी होली खेलने गये थे। यहां उन्होंने प्यार में राधा रानी और उनकी सखियों से छेड़छाड़ की। उनकी हरकतों से परेशान होकर राधा और उनकी सखियों ने उन पर डंडे बरसाने शुरू कर दिये। उनकी मार से बचने के लिए भगवान श्री कृष्ण और उनके मित्रों ने ढालों का इस्तेमाल किया। यह अब वहां की परंपरा बन चुकी है। होली से पहले यहां लट्ठमार होली खेली जाती है, जहां खूब हंसी ठिठोली भी होती है। तभी से यहां ये परंपरा अपनाई जाती है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.