संबंधित खबरें
घर में शराब रखना होता है शुभ? आचार्य ने बताया रखने का सही तरीका…अचानक मिलने लगेंगी ये 3 अनमोल चीजें
आखिर क्या है वजह जो गर्भवती महिलाओं को नहीं काटते सांप, देखते ही क्यों पलट लेते हैं रास्ता? ब्रह्मवैवर्त पुराण में छुपे हैं इसके गहरे राज!
क्या आपके घर का मेन गेट भी है गलत दिशा में? तो हो जाएं सतर्क वरना पड़ सकता है आपकी जिंदगी पर बूरा असर!
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
(इंडिया न्यूज़, Mauni Amavasya 2023): हिन्दू पंचाग के अनुसार 7 जनवरी 2023 को माघ माह शुरू हो रहा है और ये 5 फरवरी को समाप्त हो जाएगा। माघ का महीना पूजा-पाठ और दान के लिए सर्वश्रेष्ठ महीना है। मान्यताओं के अनुसार माघ में किए धार्मिक कार्य से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। आपको बता दें, इस माह तिल का दान करना भी बहुत लाभकारी माना जाता है।
मौनी अमवस्या 2023 तिथि
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमवस्या तिथि का प्रारंभ 21 जनवरी दिन शनिवार को सुबह 06 बजकर 17 मिनट पर हो रहा है। इस तिथि का समापन अगले दिन 22 जनवरी रविवार को तड़के 02 बजकर 22 मिनट पर होगा। 21 जनवरी को सूर्योदय सुबह 07:14 बजे से है। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या 21 जनवरी शनिवार को है।
मौनी अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग
बता दें, मौनी अमावस्या की तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। तिथि की गणना सूर्योदय से सूर्योदय तक होती है। ऐसे में मौनी अमावस्या की तिथि में 22 जनवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:30 बजे से लेकर सुबह 07:14 बजे तक है। इससे पूर्व 21 जनवरी को हर्षण योग सुबह से लेकर दोपहर 02 बजकर 35 मिनट तक रहेगा और उसके बाद से वज्र योग होगा।
मौनी अमावस्या 2023 स्नान दान समय
हिन्दू धर्म में मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। यदि आप गंगा स्नान नहीं कर पाते हैं तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें। मौनी अमावस्या पर प्रात:काल से ही लोग गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाने लगते हैं। 21 जनवरी को आप शुभ-उत्तम मुहूर्त में सुबह 08:34 ए एम से 09:53 ए एम के मध्य स्नान कर सकते हैं। फिर अपनी क्षमता अनुसार दान करें।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.