होम / Mahabharata: कौन था वो एक मात्र कौरव जिसकी महाभारत युद्ध में नहीं हुई थी मृत्यु?

Mahabharata: कौन था वो एक मात्र कौरव जिसकी महाभारत युद्ध में नहीं हुई थी मृत्यु?

Prachi Jain • LAST UPDATED : July 30, 2024, 12:00 pm IST

India News (इंडिया न्यूज), Mahabharata Yuyutsu: महाभारत (Mahabharata) की इतनी कहानियां हम आजतक सुनते हुए आ रहे हैं इसके अनुसार, जब कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध हुआ तो निश्चित तय हो गया के दोनों ही पक्ष अपने-अपने मित्रों को सहायता के लिए बुलाएँगे अब ये तो लाज़मी भी हैं हर व्यक्ति अपने दुःख और सुख दोनों में ही अपने मित्र को सबसे पहले याद करता हैं। महाभारत के युद्ध में सभी कौरवों की मृत्यु हो गई थी, केवल एक कौरव जीवित बचा था जिसके बारे में शायद ही अपने आज से पहले कभी सुना हो। जी हाँ! उसका नाम था युयुत्सु।

युयुत्सु का परिचय:

युयुत्सु धृतराष्ट्र का पुत्र था, लेकिन वह गांधारी के गर्भ से नहीं, बल्कि एक वैश्य महिला सुघदा के गर्भ से जन्मा था। युयुत्सु का जन्म गांधारी के सौ पुत्रों से पहले हुआ था। इसलिए, वह कौरवों का ही भाई था, लेकिन उसे सौ कौरवों की तरह गांधारी का पुत्र नहीं माना जाता था।

Mahabharat: द्रौपदी के इंकार के बाद किस कन्या से हुआ था सूर्य पुत्र कर्ण का विवाह? बला की खूबसूरत थी ये स्त्री

युयुत्सु की भूमिका और उसके जीवन की प्रमुख बातें:

धर्म और सत्य के प्रति निष्ठा: युयुत्सु ने अपने सौतेले भाइयों के विपरीत, धर्म और सत्य के मार्ग का पालन किया। महाभारत युद्ध के समय, जब उसने देखा कि दुर्योधन और उसके भाई अधर्म के रास्ते पर चल रहे हैं, तो उसने पांडवों का पक्ष लिया।

युद्ध से पहले परिवर्तन: महाभारत युद्ध की शुरुआत से पहले ही युयुत्सु ने कौरवों का साथ छोड़ दिया और पांडवों के पक्ष में शामिल हो गया। यह उसके धर्म और न्याय के प्रति निष्ठा को दर्शाता है।

Mahabharata में इन लोगों को श्री कृष्ण ने कर दिया था जिंदा, इस कारण से पलट दिया कुदरत का खेल

युद्ध के बाद का जीवन: महाभारत युद्ध में जीवित बचे युयुत्सु ने पांडवों के राज्याभिषेक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युद्ध के बाद, युधिष्ठिर ने उसे अपने साथ रखा और हस्तिनापुर का एक महत्वपूर्ण पद दिया।

युयुत्सु का यह निर्णय कि वह पांडवों के पक्ष में लड़ेगा और धर्म का पालन करेगा, उसे महाभारत के अन्य कौरवों से अलग और विशिष्ट बनाता है। उसकी यह विशेषता उसे महाभारत की कथा में एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक पात्र बनाती है।

Mahabharat Draupadi: 5 पतियों से विवाह होने के बावजूद भी क्यों Draupadi कहलाती थी ‘सती’? जानें वजह!

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

वेदांता ग्रुप की रिफाइनरी का बांध टूटा, फसलें हुईं तबाह, कंपनी ने कही ये बड़ी बात
डॉक्टरों से मुलाकात के बाद ममता ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर और 2 स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाया
न्यूयॉर्क में BAPS स्वामिनरायण मंदिर की बर्बरता अस्वीकार्य है; जानिए भारतीय दूतावास ने क्या कहा
Vishwakarma Puja 2024: कल विश्वकर्मा पूजा पर इन मंत्रों के साथ के करें देवताओं के शिल्पकार की पूजा, ये रहे शुभ मुहूर्त
Patna news: लड़की को I LOVE YOU कहना 2 मनचलों को पड़ा भारी, पहले परिजनों ने जमकर कूटा, फिर पुलिस ने …
‘अपने गिरेबान में झांकें..’, ईरानी सुप्रीम लीडर के भड़ाकाऊ बयान पर भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
यूपी में बाढ़ से हाल बेहाल! मुरादाबाद के घरों में घुस रहा पानी, किसान परेशान
ADVERTISEMENT