India News (इंडिया न्यूज़), Mahakumbh 2025: प्रयागराज में साल 2025 महाकुंभ होने जा रहा है। महाकुंभ को देखते हुए, सरकार ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। हर 12 साल के बाद महाकुंभ का विशेष पर्व पड़ता है। इसमें देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान करने प्रयागराज आते है। श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सरकार इस कड़ी में प्रयागराज में डिजिटल कुंभ म्यूजियम का निर्माण किया जा रहा है।

  • डिजिटल कुंभ म्यूजियम का हो रहा निर्माण
  • म्यूजियम में प्रदेश की संस्कृति के होंगे दर्शन
  • त्रिवेणी दर्शन में म्यूजियम के बनेगें 18 कक्ष

बता दे कि  60 करोड़ की लागत से बन रहा ये डिजिटल कुंभ म्यूजियम श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का एक खास केंद्र बनेगी। म्यूजियम में श्रद्धालुओं को देश और प्रदेश की संस्कृति, महाकुंभ के काल्पनिक और प्रामाणिक महत्व के स्थल दर्शन कराया जाएंगा। इस म्यूजियम का प्रस्ताव फिलहाल  में पर्यटन विभागल के द्वारा मुख्य सचिव के सामने रखा गया है।

जानें म्यूजियम में क्या होगा खास

इस प्रस्ताव के अनुसार, कि म्यूजियम में साउंड और वीडियो ऑफिस होगा। इसमें समुद्र मंथन प्रदर्शनी, कुंभ मेला, इंटरप्रटेशन गैलरी और अखाड़ा गैलरी शामिल हैं। इस डिजिटल म्यूजियम में महाकुंभ से संबंधित भोजन कक्ष और लेखन भी होगा। कल्चरल हाट (अक्षयवत), म्यूजियम, गैलरी व थिएटर (अमृत कलश) के साथ-साथ अतिथि गृह जैसे कार्यालय भी होंगे।

तीन नदियों को  दिखायाएंगा

वहीं इस संग्रहालय में तीन नदियों (गंगा,यमुना और सरस्वती) को तीन अलग-अलग रंगों से दिखाया जाएगा,साथ ही स्टेबल ग्राफिक्स का भी उपयोग किया जाएगा। यहां प्रयागराज के इतिहास के साथ-साथ आधुनिक शहर के बारे में भी इस म्यूजियम से लोगों को अवगत कराया जाएगा।

300 करोड़ रुपये व्यय होंगा खर्च

बता दे कि महाकुंभ में पर्यटन विभाग ने प्रयागराज शहर के हनुमान मंदिर, भारद्वाज आश्रम, द्वादश माधव मंदिर, नागवासुकी मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, मनकामनेश्वर मंदिर, अलोपशंकरी मंदिर, पदिला महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण और फ्लोटिंग जेटी, रेस्टोरेंट के निर्माण का प्रस्ताव दिया है। समस्त विकास कार्यों पर 300 करोड़ रुपये व्यय करने का प्रस्ताव है।

ये भी पढ़ें- Gautam Buddha: मन की शांति के लिए अपनाएं गौतम बुद्ध की ये मुद्राएं, जानें इनका मतलब और महत्व