हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का त्योहार असल में हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस लिहाज से अगर पंचांग के अनुसार देखा जाए तो इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार इस शनिवार यानी 18 फरवरी की रात 8.03 मिनट पर शुरू होगा और अगले दिन रविवार को यानी 19 फरवरी को शाम 04:19 मिनट पर इसका समापन होगा।
बेलपत्र, हल्दी-कुमकुम, चन्दन, मोली ,पान, सुपारी,कच्चा दूध, दही, शक्कर, भांग, इत्र, भोग के लिए हलवा,अक्षत फूल धतूरा, मदार पुष्प, गंगाजल, ठंडाई आदि।
1.महाशिवरात्रि पर सुबह स्नानादि करके शिवमंदिर जाएं।
2.पूजा में चन्दन, मोली ,पान, सुपारी,अक्षत, पंचामृत,बिल्वपत्र,धतूरा,फल-फूल,नारियल इत्यादि शिवजी को अर्पित करें।
3.भगवान शिव को अत्यंत प्रिय बेल को धोकर चिकने भाग की ओर से चंदन लगाकर चढ़ाएं।
4.‘ॐ नमः शिवाय’ मन्त्र का उच्चारण 108 बार करें।
1.इस दिन कुछ भक्त निर्जल उपवास रखते हैं, वहीं कुछ इस दिन फलाहार पर रहते हैं। आप जिस प्रकार इच्छा हो व्रत रख सकते हैं।
2.मान्यता के अनुसार अगर आपने निर्जल व्रत रखा है, तो आपको पूरा दिन जल की एक बूंद भी नहीं लेनी है।
3.मान्यता के अनुसार फलाहार उपवास करने वाले भक्त दिनभर किसी भी फल का सेवन कर सकते हैं।
4.मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि के व्रत में आप दाल, चावल, गेहूं या कोई भी साबुत अनाज और सादे नमक का उपयोग नहीं कर सकते। हां आप व्रत वाले नमक यानी सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.